Gold Silver Price Update: सोने-चांदी की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिली है. साल 2025 में सोना और चांदी की कीमत ने शानदार छलांग लगाई है. दोनों धातुओं ने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है. इस साल सोने में करीब 65 फीसदी की तेजी आई है. चांदी की बात करें तो ये करीब 132 प्रतिशत उछली है. दोनों धातुओं में यह उछाल मजबूत निवेश मांग और आपूर्ति की कमी के कारण आया है. हालांकि सोने के दाम अपने पीक से नीचे गिरे हैं.
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शक्रवार को मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज यानी (MCX) पर फरवरी गोल्ड फ्यूचर्स 1,34,206 रुपये पर सपाट बंद हुए थे. क्रिसमस के हफ्ते में छुट्टियों की वजह से बाजार में थोड़ी सुस्ती छा गई है. दुनिया भर के बड़े कमोडिटी बाजार बुधवार 24 दिसंबर से ही जल्दी बंद होने लगेंगे, ऐसे में ट्रेडिंग में कम लोग होंगे. इस माहौल में सोने के दाम में कुछ बदलाव हो सकता है. कीमतों में बड़ा उलटफेर हो सकता है. सोना-चांदी के इस एपिसोड में समझिए पूरा गणित.
सोने के भाव में आएगा 2-3% का उतार-चढ़ाव?
भारत का एमसीएक्स सिर्फ गुरुवार 25 दिसंबर को बंद रहेगा. वहीं, अमेरिकी बाजार शुक्रवार, 26 दिसंबर को फिर से खुलेंगे. लेकिन यूके, जर्मनी, फ्रांस, कनाडा और हांगकांग के बाजार बंद ही रहेंगे. जानकारों के मुताबिक, मौजूदा रुझानों को देखते हुए सोने की कीमत 1,35,000 रुपये के अपने ऊंचे स्तर के आसपास ही रहेगी. अगर दाम इस स्तर से ऊपर या नीचे जाते हैं, तो 2 से 3% का बड़ा उतार-चढ़ाव आ सकता है. उन्हें नजदीकी भविष्य में मौजूदा ऊंचे स्तर पर ही रुकावट दिख रही है. बात अगर साल 2026 की करें तो जानकारों का कहना है कि इस साल भी दोनों धातुओं में तेजी के संकेत दिखाई दे रहे हैं. हालांकि ये कई कारकों पर निर्भर करेगी.
चांदी ने ट्रेडर्स का बनाया मुनाफा
चांदी की बात करें तो पिछले कारोबारी सत्र के अंत में ट्रेडर्स ने मुनाफा कमाया. इसकी वजह से मार्च कॉन्ट्रैक्ट्स में 0.21% यानी 440 रुपये प्रति किलो की गिरावट आई. चांदी के फ्यूचर्स 2,08,000 रुपये पर बंद हुए, जबकि इससे पहले उन्होंने 2,08,603 रुपये का अब तक का सबसे ऊंचा स्तर छुआ था. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, चांदी ने 2,08,000 रुपये के स्तर पर रुकावट देखी हैं. उम्मीद है कि दाम कुछ और ऊपर जाने से पहले थोड़ा मुनाफा-वसूली देखेंगे. जब तक दाम 1,94,000 रुपये के सपोर्ट से ऊपर बने रहेंगे, तब तक तेजी का रुझान बना रहेगा. हालांकि अगली रुकावट 2,18,000 रुपये और 2,24,000 रुपये पर दिख रही है.
सोने के भाव में क्यों आया था उछाल?
साल 2025 की बात करें तो सोने ने दुनियाभर में और भारत में भी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमत 4,370 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस से ऊपर चली गई है. चांदी भी 60 डॉलर प्रति औंस से ऊपर पहुंच गई है. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि निवेशक सोने की ओर भागे. हालांकि इसके पीछे कई कारण थे, जैसे केंद्रीय बैंकों का नरम रुख, भू-राजनीतिक तनाव और सुरक्षित निवेश की लगातार मांग.
सोने की कीमतें एमसीएक्स और बड़े शहरों के खुदरा बाजारों में 1.33 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चली गईं. इसके पीछे कमजोर रुपया, आयात पर भारी शुल्क और शादियों के मौसम में जोरदार खरीदारी जैसे कारण थे. सोने की यह दोहरी उछाल इस बात को दर्शाती है कि सोना अनिश्चितता के समय में एक बेहतरीन बचाव का जरिया है. यह बड़े आर्थिक बदलावों और स्थानीय कारणों दोनों से मजबूती हासिल करता है. वहीं चांदी की कीमत भी प्रति किलो 2 लाख रुपये को पार कर गई है.
2026 में सोने-चांदी की क्या होगी स्थिति?
कुल मिलाकर वित्तीय सलाहकारों के मुताबिक, भारत ने इस साल सोने के ETF में अब तक का सबसे ज्यादा निवेश देखा है. सोना अगले साल भी 'मध्यम से मजबूत सकारात्मक' बना रहेगा. वहीं, चांदी भी अपनी रफ्तार बनाए रख सकती है. साल 2025 में चांदी में तेजी का मुख्य कारण औद्योगिक मांग में जबरदस्त उछाल है. रिपोर्ट में बताया गया है कि चांदी की आपूर्ति में लगातार कमी बनी हुई है, जो साल 2026 के लिए मजबूत संभावनाओं को और पुख्ता करती है. यानी चांदी की कीमत में तेजी बरकरार रह सकती है.
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