Personal Finance: हर कोई अपनी गाढ़ी कमाई को ऐसी जगह निवेश करना चाहता है, जहाँ पैसा सुरक्षित रहे और रिटर्न भी शानदार मिले. लेकिन रिटायरमेंट के बाद नियमित आय की चिंता बड़ी समस्या बन जाती है, खासकर जब नौकरी में अच्छी पेंशन न हो. ऐसे में, भविष्य की आर्थिक सुरक्षा के लिए पहले से ही योजना बनाना बेहद ज़रूरी है. पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (POMIS) इसी समस्या का शानदार समाधान है, जो आपको हर महीने एक तय रकम कमाने का मौका देती है. आइए, इस स्कीम के फायदों को विस्तार से समझते हैं.
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₹1000 से शुरू करें अपना POMIS खाता
पोस्ट ऑफिस विभिन्न आयु वर्ग और आय वर्ग के लोगों के लिए कई बचत योजनाएं चलाता है, जिनमें न केवल ज़बरदस्त रिटर्न मिलता है, बल्कि निवेश की सुरक्षा की गारंटी खुद सरकार देती है. यह इसे एक पूरी तरह से तनाव-मुक्त निवेश विकल्प बनाता है. मंथली इनकम स्कीम में आप मात्र ₹1000 से अपना खाता खोल सकते हैं.
कौन खोल सकता है खाता और क्या हैं नियम
यह स्कीम 18 साल से अधिक उम्र के किसी भी व्यक्ति के लिए है. आप इसमें सिंगल या अधिकतम तीन वयस्कों के साथ जॉइंट अकाउंट भी खोल सकते हैं. नाबालिगों और मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्तियों के लिए अभिभावक के रूप में भी खाता खोला जा सकता है. न्यूनतम ₹1000 के निवेश से खाता खुलवाया जा सकता है.
निवेश पर 7.4% का शानदार ब्याज!
पोस्ट ऑफिस की यह स्कीम अपने बेनेफिट्स के लिए काफी पॉपुलर है और इसमें मिलने वाला ब्याज भी कमाल का है. सरकार POMIS में किए गए निवेश पर 7.4% की दर से ब्याज दे रही है. यह ब्याज दर 1 अप्रैल 2023 से लागू है. इस सरकारी स्कीम की मैच्योरिटी अवधि 5 साल है और खाता खुलने के एक साल तक आप इसमें से पैसे नहीं निकाल सकते. इस स्कीम की सबसे खास बात यह है कि एक बार निवेश करने के बाद आपकी हर महीने की आय की चिंता खत्म हो जाती है.
जमा और ब्याज भुगतान के नियम
- सिंगल अकाउंट में अधिकतम ₹9 लाख जमा किए जा सकते हैं.
- जॉइंट अकाउंट में अधिकतम ₹15 लाख जमा किए जा सकते हैं.
- जॉइंट अकाउंट में सभी धारकों की निवेश में बराबर हिस्सेदारी होनी चाहिए.
- खाता खुलने के एक महीने बाद से मैच्योरिटी तक ब्याज का भुगतान शुरू हो जाता है.
- अगर आप हर महीने मिलने वाले ब्याज को निकालते नहीं हैं, तो उस पर कोई अतिरिक्त ब्याज नहीं मिलेगा.
एक बार निवेश, फिर हर महीने गारंटीड आय
पोस्ट ऑफिस मंथली सेविंग स्कीम (POMIS) दरअसल एक सिंगल इन्वेस्टमेंट स्कीम है. एक बार निवेश करने के बाद आप इस स्कीम के तहत हर महीने अपने लिए गारंटीड आय की व्यवस्था कर सकते हैं. खाता खुलने के 5 साल बाद संबंधित पोस्ट ऑफिस में पासबुक के साथ आवेदन जमा कर खाते को बंद कराया जा सकता है. यदि मैच्योरिटी से पहले खाताधारक की मृत्यु हो जाती है, तो खाता बंद कर दिया जाता है और जमा रकम खाताधारक के नॉमिनी या उत्तराधिकारी को लौटा दी जाती है. रिफंड लौटाने तक का ब्याज दिया जाता है.
महीने में ₹5500 की कमाई का कैलकुलेशन
अब बात करते हैं कि इस स्कीम में एकमुश्त निवेश करके निवेशक कैसे हर महीने सिर्फ ब्याज से ही ₹9,250 की मासिक कमाई कर सकते हैं. इसका कैलकुलेशन बेहद आसान है:
सिंगल अकाउंट: अगर सिंगल अकाउंट होल्डर अपने खाते में अधिकतम ₹9 लाख जमा करते हैं, तो 7.4% के ब्याज के हिसाब से उन्हें हर महीने ₹5500 का ब्याज मिलेगा.
जॉइंट अकाउंट: जॉइंट अकाउंट में अधिकतम ₹15 लाख के निवेश पर महीने की कमाई ₹9,250 होगी.
आसानी से खुल जाता है अकाउंट
निवेशक पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में मिलने वाला ब्याज अपनी सुविधा अनुसार तिमाही, छमाही या सालाना आधार पर भी ले सकते हैं. इस सरकारी स्कीम में खाता खुलवाने के लिए आप अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाकर ज़रूरी दस्तावेजों के साथ आवेदन कर सकते हैं. पोस्ट ऑफिस से अकाउंट ओपनिंग फॉर्म लेकर केवाईसी फॉर्म और पैन कार्ड के साथ जमा कर सकते हैं.
मैच्योरिटी से पहले खाता बंद करने पर नुकसान
इस स्कीम में खाता खुलने के एक से तीन साल के भीतर यदि खाताधारक उसे बंद करता है, तो यह घाटे का सौदा साबित हो सकता है. ऐसी स्थिति में, नियम के अनुसार मूलधन के 2% की बराबर रकम काटकर शेष राशि आपको लौटाई जाएगी. यदि अकाउंट खुलने के तीन से पांच साल के बीच इसे बंद करते हैं, तो फिर 1% के बराबर राशि काटकर बाकी की रकम आपको लौटा दी जाएगी.
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