भूपेश बघेल ने कुछ दिन पहले ही पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और पंडित प्रदीप मिश्रा को समाज में अंधविश्वास फैलाने वाला कहा था. जिसके जवाब में छत्तीसगढ़ के भिलाई में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा था कि जिन्हें धर्म की बात करना अंधविश्वास लगता है उन्हें देश छोड़ देना चाहिए.
ADVERTISEMENT
अब इसी विवाद में साधु-संत समाज भी कूद पड़े है. दरअसल हनुमानगढ़ी अयोध्या के महंत राजू दास खुद भिलाई पहुंचे और पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने भूपेश बघेल पर तीखा हमला बोला. उनका कहना है कि इस तरह की भाषा संत समाज का अपमान है.
महंत राजू दास ने आरोप लगाया कि भूपेश बघेल ईसाई मिशनरियों के असर में आकर ऐसे बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि धर्मांतरण पर सख्ती के बाद मिशनरियों का काम ठप हो रहा है इसलिए कुछ लोग साधु-संतों को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.
गांधी और राम राज्य का जिक्र
महंत ने याद दिलाया कि महात्मा गांधी भी राम राज्य की बात करते थे और आज संत समाज उसी सोच को आगे बढ़ा रहा है. उन्होंने सवाल उठाया कि अगर कांग्रेस गांधी को अपना आदर्श मानती है तो फिर संतों की बातों का विरोध क्यों हो रहा है.
भूपेश बघेल की कर दी रावण से तुलना
भूपेश बघेल के उस बयान पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी जिसमें कहा गया था कि उनके परिवार में पांच पीढ़ियों से संत हुए हैं. इस पर महंत राजू दास ने कहा कि रावण भी बड़ा पंडित था लेकिन गलत रास्ते पर चल पड़ा था. सिर्फ विद्वान होना काफी नहीं यह भी जरूरी है कि व्यक्ति सही सोच के साथ काम करे.
नेताओं से अपील
अंत में महंत राजू दास ने सभी नेताओं से कहा कि राजनीति करते वक्त सनातन परंपरा और संत समाज का सम्मान बनाए रखें. यह लोगों की आस्था से जुड़ा विषय है, इसे सियासी बयानबाजी से दूर रखा जाना चाहिए. .... इस आर्टिकल का दो लाइन का सारांश लिखें
ये भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ के कांकेर में भारी बवाल, धर्म परिवर्तन को लेकर पुसागांव के 10 घरों में तोड़फोड़, क्या है पूरा मामला
ADVERTISEMENT

