Chhattisgarh Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ में बुधवार को एक बार फिर सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. यह मुठभेड़ नारायणपुर जिले में अबूझमाड़ के जंगल में बुधवार सुबह हुई. इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 26 से ज्यादा नक्सलियों को मार गिराया है. तो वहीं सुरक्षा बल का एक जवान भी शहीद हो गया. इस पूरे एनकाउंटर की जानकारी छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने दी. साथ ही मिली जानकारी के अनुसार इस मुठभेड़ में इनामी आतंकी की भी मारे जाने की खबर है.
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26 से ज्यादा नक्सली ढेर
अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार(21 मई) को नारायणपुर-बीजापुर जिलों की सीमा पर जंगलों में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 26 से अधिक नक्सली मारे गए. यह मुठभेड़ अभुजमाड़ और इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र के बीच घने जंगलों में हुई, जब चार जिलों की पुलिस की जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी. सूत्रों से मिली जानकारी से ये बात भी सामने आ रही है कि इस मुठभेड़ में इनामी नक्सली नेता नंबाला केशव राव उर्फ बसव राज को सुरक्षा बलों ने मार गिराया है.
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कही ये बात
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा, "सुरक्षा बलों ने 26 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया है. हमारा एक जवान घायल हुआ है लेकिन वो खतरे से बाहर है. हमारे एक सहयोगी ने ऑपरेशन के दौरान अपनी जान गंवा दी. सर्च ऑपरेशन चल रहा है."
यहां सुनें विजय शर्मा का बयान:
ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट में 31 नक्सली ढेर
इससे पहले 14 मई को देश के सबसे बड़े नक्सल ऑपरेशन को लेकर सीआरपीएफ के महानिदेशक और छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें बताया गया कि नक्सलवाद के खिलाफ भारत ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है. छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर कुर्रगुट्टालू हिल्स में ‘ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट’(Operation Black Forest ) के तहत सुरक्षा बलों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया. इस साल 2025 में अब तक 197 नक्सलियों को ढेर किया जा चुका है.(पूरी डिटेल यहां पढ़ें)
अमित शाह ने कही थी ये बात
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अगस्त और दिसंबर 2024 में छत्तीसगढ़ के रायपुर और जगदलपुर पहुंचे थे. इस दौरान वे विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए और कई मंचों से नक्सलियों को कड़ी चेतावनी दी. उन्होंने साफ शब्दों में कहा था कि अगर हिंसा की राह नहीं छोड़ी तो सुरक्षा बल सख्ती से निपटेंगे, बेहतर होगा कि नक्सली हथियार छोड़ दें और मुख्यधारा में लौट आएं. अमित शाह ने एक ठोस डेडलाइन भी तय करते हुए कहा था कि 31 मार्च 2026 तक पूरे देश को नक्सलवाद से मुक्त कर दिया जाएगा.
गृह मंत्री की इस घोषणा के बाद से खासकर बस्तर क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियानों की रफ्तार काफी तेज हो गई है. सुरक्षा एजेंसियों ने मोर्चा संभाल लिया है और अभियान लगातार जारी हैं.
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