AAP लीडर सत्येंद्र जैन बेदाग निकले, मनी लॉन्ड्रिंग केस में सबूत पेश नहीं कर पाई CBI, 4 साल बाद केस बंद

सत्येंद्र जैन को ईडी ने 2022 में मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद जेल जाना पड़ा. मंत्री पद छोड़ना पड़ा. 4 साल बाद मामले में जैन बेदाग निकले हैं.

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News Tak Desk

04 Aug 2025 (अपडेटेड: 04 Aug 2025, 06:53 PM)

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करप्शन के आरोपों में आम आदमी पार्टी के नेताओं ने बहुत झेला. सीएम रहते अरविंद केजरीवाल, डिप्टी सीएम रहते मनीष सिसोदिया, कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन, सांसद रहते संजय सिंह जेल गए. ये सब लोकसभा चुनावों से पहले हुआ. फिर दिल्ली चुनाव भी हुए जिसमें आप की हार हुई. अब जो हुआ वो चौंकाने वाला है. 

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करीब चार साल तक चली लंबी जांच के बाद सत्येंद्र जैन के मामले में दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट का बड़ा फैसला आया है. करप्शन के मामले में सत्येंद्र जैन को क्लीन चिट मिल गई है. सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट लगाकर कहा कि सत्येंद्र जैन के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है. 

सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट स्वीकारते हुए स्पेशल जज दिग्विनय सिंह ने माना कि आपराधिक साजिश के कोई सबूत नहीं मिले. शक सबूत की जगह नहीं ले सकते. किसी को आरोपी ठहराने के लिए शक काफी नहीं हो सकता. आखिरकार केस बंद हो गया.

केजरीवाल सरकार में PWD मंत्री थे जैन

केजरीवाल की सरकार में सत्येंद्र जैन PWD विभाग के मंत्री थे. तब उन्होंने अपने विभाग में  17 कन्सल्टेंट की नियुक्ति की थी. आरोप लगे कि नियुक्ति में सरकारी नियमों का पालन नहीं हुआ. पहले Directorate of Vigilance ने शिकायत की. 2019 में एफआईआर दर्ज करके सीबीआई ने जांच शुरू की.

4 साल बाद CBI ने माना- कोई सबूत नहीं मिले

चार साल तक जांच के बाद सीबीआई ने माना कि विभाग की अर्जेंट जरूरतें पूरी करने के लिए प्रोफेशनल्स की नियुक्ति जरूरी थी. इसमें कोई आपराधिक साजिश, निजी फायदा या करप्शन के कोई सबूत नहीं मिले. सरकारी खजाने को भी कोई नुकसान नहीं हुआ. 1700 आवेदनों में जिनकी नियुक्तियां हुईं वो मेरिट के आधार पर हुईं. 

सत्येंद्र जैन को ईडी ने 2022 में मनी लॉन्ड्रिंग के केस में गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद जेल जाना पड़ा. मंत्री पद छोड़ना पड़ा. 2023 में हेल्थ ग्राउंड पर उन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी. 

पेशे से आर्किटेक्ट रहे सत्येंद्र जैन केजरीवाल के बेहद करीबी लोगों में माने जाते हैं. तब से केजरीवाल के साथ रहे जब अन्ना आंदोलन चल रहा था. केजरीवाल के पार्टी बनाने पर सत्येंद्र जैन पार्टी में आए और सरकार में भी बड़ी जिम्मेदारियां संभाली. 

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