Red Fort Blast News: सोमवार, 10 नवंबर को राजधानी दिल्ली में अचानक दहशत में बदल फैल गई. दरअसल शाम को 6.55 पर लाल किले के पास जोरदार धमाका हुआ. इस धमाके में अब तक 8 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं. सभी घायलों का इलाज एलएनजेपी हॉस्पिटल में चल रहा है.
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घटना सोमवार शाम करीब 6:55 बजे हुई, जब लाल क़िला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास एक सफेद रंग की हुंडई i20 कार में विस्फोट हुआ. धमाका इतना तेज था कि आसपास खड़ी कई गाड़ियां आग की चपेट में आ गईं, स्ट्रीट लाइटें बुझ गईं और इलाके में अफरातफरी मच गई.
सीसीटीवी में कैद हुई संदिग्ध कार
धमाके से कुछ देर पहले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें एक सफेद I-20 कार को भीड़भाड़ वाले ट्रैफिक में गुजरते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में कार चला रहा व्यक्ति काले मास्क में नजर आ रहा है. जांच एजेंसियों का मानना है कि वही व्यक्ति आतंकी मोहम्मद उमर हो सकता है.
यह फुटेज अब जांच में सबसे अहम सबूत बन गया है. एजेंसियां अब इस कार और ड्राइवर की पहचान पुख्ता करने के लिए तकनीकी डेटा और खुफिया इनपुट खंगाल रही हैं.
कई हाथों से गुजरी थी कार
धमाके में इस्तेमाल हुई i20 कार की कहानी भी उतनी ही उलझी हुई है. जांच में पता चला है कि यह कार पहले मोहम्मद सलमान की थी. बाद में उसने इसे नदीम को बेच दिया था. नदीम ने इसे फरीदाबाद के एक यूज्ड कार डीलर रॉयल कार जोन को सौंप दिया. वहां से यह कार तारिक नाम के व्यक्ति ने खरीदी और आखिर में यह उमर के हाथों में पहुंची.
अधिकारियों का कहना है कि इस पूरे सिलसिले की गहराई से जांच की जा रही है ताकि यह समझा जा सके कि कार आखिर कैसे आतंकी नेटवर्क के पास पहुंची.
फिदायीन स्टाइल हमला माना जा रहा है
जांच एजेंसियों को शुरुआती तौर पर शक है कि यह धमाका फिदायीन-स्टाइल ऑपरेशन था. सूत्रों के मुताबिक, यह कार विस्फोटक सामग्री से भरी हुई थी और इसे जानबूझकर भीड़भाड़ वाले इलाके में पार्क किया गया था.
सूत्रों का कहना है कि कार खरीदने वाला तारिक, जो जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला है को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. उसके फरीदाबाद में मौजूद एक आतंकी मॉड्यूल से संबंधों की जांच की जा रही है. माना जा रहा है कि इसी मॉड्यूल ने धमाके की साजिश रची थी.
घटनास्थल पर मची अफरातफरी
चश्मदीदों के अनुसार धमाका इतना जबरदस्त था कि जमीन हिल गई और कुछ देर तक कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था. आग की लपटें कई फीट ऊपर तक उठीं लोग इधर-उधर भागने लगे.
फिलहाल दिल्ली पुलिस एनआईए और फॉरेंसिक टीम मौके पर मौजूद हैं. इलाका सील कर दिया गया है और धमाके की वजह, इस्तेमाल हुए विस्फोटक और साजिश से जुड़े सुरागों की तलाश की जा रही है.
लाल किले(lal Qilla) के पास हुआ यह धमाका अब आतंकी हमले के रूप में देखा जा रहा है. कार के मालिकों की लंबी चेन, सीसीटीवी में कैद संदिग्ध और फरीदाबाद कनेक्शन. ये सभी पहलू जांच एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती बने हुए हैं.
दिल्ली की सुरक्षा एजेंसियां अब हाई अलर्ट पर हैं, जबकि देशभर में इस घटना की जांच तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है.
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