सोनम वांगचुक के समर्थन में खुलकर आये केजरीवाल, केंद्र की बीजेपी सरकार पर साधा निशाना

दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल ने लद्दाख आंदोलन और सोनम वांगचुक के समर्थन में भाजपा सरकार पर लोकतंत्र दबाने का आरोप लगाया. लद्दाख की जनता राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची की मांग को लेकर संघर्ष कर रही है.

Sonam Wangchuk Ladakh protest, Kejriwal on BJP, Ladakh statehood demand
तस्वीर: अरविंद केजरीवाल ने सोनम वांगचुक का किया समर्थन.

न्यूज तक डेस्क

• 02:50 PM • 26 Sep 2025

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देश के मशहूर शिक्षा सुधारक और पर्यावरण वैज्ञानिक सोनम वांगचुक को केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा लगातार परेशान किया जाना आज लोकतंत्र पर गंभीर सवाल खड़ा करता है. जो व्यक्ति देश के लिए सोचता है, शिक्षा में बदलाव लाता है, पर्यावरण बचाने के लिए नए समाधान देता है, आज वही सत्ता की सस्ती राजनीति का शिकार बनाया जा रहा है.

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इसी अन्याय के खिलाफ आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुलकर सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि सत्ता के नशे में चूर भाजपा सरकार जनता की आवाज को दबा रही है और लोकतंत्र की बुनियाद को कमजोर कर रही है. लद्दाख के लोग किसी विशेषाधिकार की नहीं बल्कि सिर्फ अपने संवैधानिक अधिकार- वोट देने और अपनी सरकार चुनने की मांग कर रहे हैं, लेकिन भाजपा बार-बार वादे करने के बावजूद उनका हक नहीं दे रही.

केजरीवाल ने कहा कि भारत ने अंग्रेजों से आजादी इसलिए नहीं ली थी कि जनता अंग्रेजों की जगह भाजपा की गुलाम बन जाए. भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद जैसे क्रांतिकारियों ने लोकतंत्र के लिए बलिदान दिया था, लेकिन आज भाजपा राज्यों को केंद्र शासित प्रदेश बनाकर जनता से उनके अधिकार छीन रही है. अगर आज लद्दाख की आवाज को अनसुना किया गया, तो कल यह पूरे देश की आवाज बन जाएगी. 

लद्दाख की जनता आज सिर्फ अपने अधिकारों के लिए नहीं बल्कि देश के लोकतांत्रिक ढांचे की रक्षा के लिए संघर्ष कर रही है. उनकी हिम्मत और एकजुटता साबित करती है कि जनता जब ठान ले तो सत्ता को झुका सकती है. अरविंद केजरीवाल ने इस संघर्ष को देश की आवाज़ बताते हुए कहा कि लोकतंत्र तभी ज़िंदा रहेगा जब हर भारतीय लद्दाख के साथ खड़ा होगा.

सोनम वांगचुक का जीवन भी प्रेरणा है. उन्होंने 1988 में SECMOL की स्थापना कर शिक्षा सुधार की नई राह दिखाई, असफल छात्रों के लिए वैकल्पिक स्कूल खोले और जलवायु संकट से निपटने के लिए “आइस स्तूप” जैसी तकनीक विकसित की. उन्होंने धारा 370 हटाने का समर्थन भी किया, क्योंकि वे भारत की एकता के समर्थक हैं.

आज लद्दाख की आवाज को दबाना पूरे देश के लोकतंत्र को कमजोर करना है. इसलिए हर नागरिक का फर्ज है कि वह इस लड़ाई के साथ खड़ा हो, क्योंकि आज लद्दाख की लड़ाई ही असली लोकतंत्र की लड़ाई है. 

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