Delhi Election Results2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती जारी है. छह-सात राउंड की गिनती के बाद आए 70 सालों रुझानों में बीजेपी दिल्ली में स्पष्ट बहुमत हासिल करती दिखाई दी रही है. आखिरी बार बीजेपी ने 1993 में दिल्ली चुनाव जीता था, बीजेपी ने 27 साल बाद बाजी पलटते हुए सत्ता में वापसी कर रही है. बीजेपी ने कैसे किया ये करिश्मा. 5 प्वाइंट में जानिए बीजेपी ने कैसे मारी बाजी.
ADVERTISEMENT
अब तक आए सभी 70 सीटों के रूझान में बीजेपी 45 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है तो वहीं आप 25 सीटों पर बढ़त हासिल कर ली है. ये रूझान बता रहे हैं कि दिल्ली में अगली सरकार बीजेपी की बनने जा रही है. बीजेपी दिल्ली में 27 साल बाद वापसी कर रही है. बीजेपी ने दिल्ली में अंतिम चुनाव 1993 में जीता था.
1- भ्रष्टाचार से खराब हुई इमेज
दिल्ली की आप ने 2021 में नई आबकारी नीति जारी की थी. आबकारी नीति को लेकर बीजेपी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और शराब घोटाला कहकर जमकर विरोध प्रदर्शन किए. उपराज्यपाल से इसकी शिकायसत की गई. उन्होंने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी. बाद में इस जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी शामिल हो गया. इस मामले में जांच एजेंसियों ने अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, राज्य सभा सांसद संजय सिंह, सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार कर लिया. आप के खिलाफ भ्रष्टाचार के मुद्दे को बीजेपी पिछले काफी समय से गरमाए रखा और इसे खूब भुनाया.
2- केजरीवाल का शीश महल
बीजेपी ने दिल्ली में काफी समय से मुख्यमंत्री आवास को मुद्दा बनाया. बीजेपी CM हाउस को शीशमहल बताया. इस मामले को पीएम नरेंद्र मोदी ने भी जोर-शोर से उठाया. बीजेपी लगातार यह आरोप लगाती रही कि अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री आवास को सजाने पर करोड़ों रुपये खर्च कर दिए. बीजेपी इस मुद्दे को इसलिए गरमाए रखा कि अरविंद केजरीवाल के आम आदमी की छवि को तोड़ा जा सके. इसका असर अब चुनाव परिणामों में दिखाई दे रहा है.
3- यूरोपीय स्टैंडर्ड की सड़कें देने का वादा
दिल्ली नागरिक सुविधाओं की हालत आप की सरकार में काफी नुकसानदेह रही. आम आदमी पार्टी कहती थी कि नगर निगम में बीजेपी का कब्जा है, इसलिए वह नागरिक सुविधाओं पर ध्यान नहीं दे पा रही है. लेकिन निगम चुनाव में भी आम आदमी पार्टी ने उस पर कब्जा कर लिया है. इसके बाद भी नागरिक सुविधाओं की हालत नहीं सुधरी. दिल्ली में केजरीवाल ने कहा- यूरोपीय स्टैंडर्ड की सड़कें बनाएंगे, लेकिन सड़कों का बुरा हाल है. दिल्ली के लोगों को इससे काफी परेशानी उठानी पड़ी.
4- पीने का गंदा पानी बना मुद्दा
दिल्ली के राजेंद्र नगर के डीडीए फ्लैट में अरविंद केजरीवाल पिछले साल दिसंबर में गए थे. वहां उन्होंने एक टैब को खोलकर उन्होंने पानी पिया था. इससे उन्होंने यह दिखाने की कोशिश की, दिल्ली जल बोर्ड अच्छे पानी की सप्लाई करता है. लेकिन इसके बाद बीजेपी ने पलटवार किया. बीजेपी नेता जगह-जगह आ रहे गंदे पानी को दिखाना शुरू कर दिया. बीजेपी नेता यह काम काम काफी लंबे समय तक करते रहे.
5- पीएम मोदी ने AAP को 'आप-दा' बताया
दिल्ली के एक चुनावी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम आदमी पार्टी को 'आप-दा' बता दिया. इसके बाद बीजेपी का हर छोटा बड़ा नेता ने आप को आप-दा कहना शुरू कर दिया. बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता इस बात को दिल्ली के लोगों तक पहुंचाने में कामयाब रहे. मतदाताओं इस बात को समझा और बीजेपी के पक्ष में मतदान किया.
ADVERTISEMENT