साउथ की फिल्मों के पावर स्टार और आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने जिंदगी में जो करना चाहा, वो किया और जो बनना चाहा वो हासिल करके दिखाया. फिल्मों में हाथ आजमाया तो बड़े एक्टर बने. फिर एक्टर से राजनीति में आए तो सीधे आंध्र जैसे बड़े राज्य के डिप्टी सीएम बन गए. लाइफ में सब कुछ सेट होने के बावजूद पवन कल्याण की पर्सनल लाइफ में काफी उथल-पुथल रही है. एक बार फिर ऐसा कुछ हुआ, जिससे वह चर्चा में हैं, उनका परिवार, उनकी पत्नी और उनका बेटा.
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तेलुगु सिनेमा के पावर स्टार और आंध्र प्रदेश के डिप्टी CM पवन कल्याण की वाइफ का एक वीडियो फैंस के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसमें उनकी पत्नी अन्ना लेझनेवा भगवान तिरुपति के दर्शन से पहले अपने बाल चढ़ाते हुए देखी जा सकती हैं, पवन कल्याण की पॉलिटिकल पार्टी जन सेना ने अपने ऑफिसियल एक्स हैंडल पर शेयर किया है.
अन्ना ने भगवान तिरुपति से मांगी मन्नत
बता दें कि पवन कल्याण और अन्ना का बेटा मार्क शंकर सिंगापुर में पढ़ाई करता है. मार्क अपने स्कूल में लगी आग की चपेट में आ गया था और उसके हाथ और फेफड़ों में गहरी चोट आई थी. मार्क के फेफड़ों में धुआं भी भर गया था. इस हादसे में मार्क की जान बच गई थी, इस घटना से मां अन्ना लेझनेवा समेत पूरा परिवार सकते में आ गया था. हादसे में मार्क के साथ-साथ भारतीय मूल के 4 और बच्चे भी थे. मार्क को अस्पताल में भर्ती कराया गया, इधर, उसकी मां लेझनेवा ने भगवान तिरुपति से बेटे मार्क की जान बचने की मन्नत मांगी है, जिसके बाद सोमवार को अन्ना भगवान तिरुपति के दरबार में पहुंची और अपने बाल दान कर दिए. इसके बाद भक्तों को भोजन कराया और तिरुपति के दर्शन किए.
कौन हैं अन्ना लेझनेवा?
अन्ना लेझनेवा रूस की रहने वाली हैं. वह क्रिस्चियन ऑर्थोडॉक्स धर्म को मानती हैं. अन्ना, पवन कल्याण की तीसरी पत्नी हैं और दोनों की शादी 2013 में हुई थी. दोनों का एक बेटा और बेटी है, लेकिन क्रिस्चियन होने के बावजूद उनकी भगवन तिरुपति में श्रद्धा देखकर पवन कल्याण के तेलुगु फैंस फूले नहीं समा रहे हैं, सोशल मीडिया पर उनकी जमकर तारीफ कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो अन्ना लेझनेवा 1800 करोड़ की मालकिन हैं.
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भक्त क्यों करते हैं तिरुपति में अपने बाल दान?
माना जाता है कि 12वीं सदी में जब रानी पदमावती तिरुपति मंदिर में दर्शन करने आयी थीं, तभी अचानक लुटेरों की एक टुकड़ी ने रानी पर हमला कर दिया रानी ने मदद के लिए भगवन तिरुपति को याद किया. तिरुपति जल्दी से आये. इसके लिए अपने बाल दान करने की शपथ ली और कहा जाता है तिरुपति स्वयं रानी पदमावती की रक्षा करने आये तभी से ये महान परंपरा बन गई. इसके अलावा बाल दान करना भगवन को अपना सर्वश्व दान करना भी माना जाता है, तिरुपति में हर साल बच्चे, बूढ़े, स्टूडेंट्स, NRI, महिलाएं अपनी मन्नत मांगती हैं. और पूरा होने पर बाल दान करती हैं.
तिरुपति में बालों के कारोबार का इतना है टर्नओवर?
हर साल विश्व के अलग अलग कोनों से भक्त यहां आकर लगभग 500 से 600 टन बाल दान करके हैं. इस प्रक्रिया के अनुसार, दान किए हुए बालों को साफ करने के लिए सबसे पहले उन्हें उबाला जाता है, फिर धोया जाता है और फिर सूखने के बाद उन्हें बड़े बड़े गोदाम में रखने के लिए भेज दिया जाता है. फिर उन्हें अलग अलग क़्वालिटी के हिसाब से विग बनाने वाली कंपनियों को बेचा जाता है तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट (TTD) के आकड़े के अनुसार साल 2019 में तिरुपति में 143.9 टन के बाल दान किये गए, जिनसे 11.17 करोड़ रूपए प्राप्त किए.
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