Haryana News: हरियाणा सरकार के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से प्रदेश के तमाम जिला उपयुक्तों (DC) के नाम एक लेटर जारी किया गया है. इस लेटर में प्रदेश भर के 370 पटवारियों को भ्रष्ट करार दिया गया है. इस लेटर में हर जिले के भ्रष्ट पटवारियों के नाम, जाति, तैनाती स्थान, तैनाती की तारीख और भ्रष्टाचार के तरीके तक का उल्लेख है.
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इन 370 भ्रष्ट पटवारियों में से 170 पटवारी ऐसे भी हैं, जिन्होंने अपना निजी सहायक रखा हुआ जिसके जरिए वो रिश्वत लेते हैं. लेटर में सहायकों के नाम और पते का भी जिक्र किया गया है. इस लेटर ने न सिर्फ प्रदेश भर के पटवारियों बल्कि पूरी अफसरशाही में सनसनी फैला दी है. राजस्व विभाग ने 14 जनवरी, 2025 को ये लेटर लिखा था जो आज मीडिया में वायरल हो गया.
सबसे ज्यादा भ्रष्ट पटवारी कहां?
इस लेटर के मुताबिक सबसे ज्यादा भ्रष्ट पटवारी कैथल जिले में पाए गए हैं. कैथल में 46 ऐसे पटवारी हैं, जो काम के बदले रिश्वत लेते हैं, इनमें से 7 पटवारियों ने निजी सहायक भी रखे हुए हैं. दूसरे नंबर पर सोनीपत जिला है, जहां 41 पटवारी भ्रष्ट पाए गए हैं, इनमें से 15 ने निजी सहायक रखे हुए हैं. तीसरे नंबर पर महेंद्रगढ़ जिला है, जहां 36 पटवारी भ्रष्ट पाए गए हैं, इनमें से 20 ने निजी सहायक रखे हुए हैं.
सबसे कम भ्रष्ट पटवारी कहां?
बात करें सबसे कम भ्रष्ट पटवारियों वाले जिले की तो इसमें पंचकुला पहले नंबर पर है. इस लेटर में पंचकुला से एक भी भ्रष्ट पटवारी का जिक्र नहीं है, ना ही पंचकुला में किसी पटवारी ने निजी सहायक रखा है. पंचकुला के बाद दूसरे नंबर पर अंबाला और रोहतक जिले हैं, जहां महज 5-5 पटवारी ही भ्रष्ट पाए गए हैं. तीसरे नंबर पर चरखी दादरी जिला है जहां महज 6 पटवारी भ्रष्ट पाए गए हैं.
सबसे ज्यादा निजी सहायक वाले पटवारी कहां?
निजी सहायकों की बात करें तो इसमें पहला नंबर गुरुग्राम जिले का है, जहां 27 भ्रष्ट पटवारियों में से 26 ने निजी सहायक रखे हैं. दूसरे नंबर पर महेंद्रगढ़ जिला है, जहां 36 भ्रष्ट पटवारियों में से 20 ने निजी सहायक रखे हैं. तीसरा नंबर है सोनीपत, रेवाड़ी और पलवल जिले का जहां 15-15 पटवारियों ने निजी सहायक रखे हुए हैं.
इस लेटर में राजस्व विभाग ने इन तमाम पटवारियों के खिलाफ 15 दिन के अंदर नियमानुसार कार्यवाही के आदेश दिए हैं. लेटर में साफ लिखा गया है कि ये तमाम पटवारी जमीन के खाते तकसीम करवाने, पैमाईश, इंतकाल, रिकॉर्ड दुरुस्त व नक्शा आदि बनवाने के नाम पर रिश्वत लेते हैं और इनके निजी सहायक दलाल की भूमिका निभाते हैं.
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