Corona returns: साल 2020 में दुनिया में तबाही मचाने वाले कोरोना वायरस (कोविड-19) का खौफ एक बार फिर बढ़ रहा है. एशिया के कुछ देशों में मामलों में वृद्धि के बाद, अब भारत में भी नए केस सामने आने लगे हैं. मुंबई के बाद, अब दिल्ली से सटे गुरुग्राम में कोरोना के दो नए मरीज मिले हैं, जिन्हें फिलहाल आइसोलेशन में रखा गया है . इन दो मरीजों में से एक मुंबई से गुरुग्राम आई थी .
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स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर
गुरुग्राम के सीएमओ ने लोगों को आश्वस्त किया है कि ये "माइल्ड सिम्टम्स" (हल्के लक्षण) हैं और घबराने की जरूरत नहीं है . उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है और जुकाम, खांसी जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेने की अपील की है .
देश भर में बढ़ रहे मामले
देशभर में अब तक कोरोना के कुल 257 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है . गुरुवार तक, गुजरात के अहमदाबाद में कोरोना के 4 नए केस दर्ज हुए हैं, जिनमें से एक 84 वर्षीय मरीज प्राइवेट अस्पताल में भर्ती है, जबकि बाकी सभी होम आइसोलेशन में हैं .
मई महीने में अकेले अहमदाबाद में 38 कोरोना के केस दर्ज हो चुके हैं, जिनमें से 31 एक्टिव केस हैं . अहमदाबाद नगर निगम द्वारा संचालित अस्पतालों में कोरोना टेस्टिंग की जा रही है, और एहतियात के तौर पर SVP, एलजी और शारदाबेन अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड भी तैयार किए गए हैं .
मुंबई में भी कोरोना के कुछ मामले पाए गए हैं . ओडिशा के भुवनेश्वर में कोरोना का एक कंफर्म केस सामने आया है . ओडिशा के स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त एवं सचिव अश्वथी एस. ने जनता को आश्वस्त किया है कि स्थिति नियंत्रण में है और राज्य मशीनरी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है .
JN.1 वेरिएंट: तेजी से फैलने वाला नया खतरा
कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी की मुख्य वजह ओमिक्रॉन का JN.1 वेरिएंट है, जो बहुत जल्दी फैलता है और अब इसका असर दुनिया के कई हिस्सों में देखा जा रहा है .
JN.1 वेरिएंट क्या है?
JN.1 कोरोना वायरस का एक नया रूप है, जो ओमिक्रॉन से जुड़ा है . यह BA.2.86 नाम के पुराने वेरिएंट 'पिरोला' से निकला है . इस वेरिएंट की पहचान सबसे पहले 2023 के आखिर में हुई थी, और इसके बाद यह अमेरिका, यूके, भारत, सिंगापुर और हांगकांग जैसे देशों में तेजी से फैल गया . इस वेरिएंट में स्पाइक प्रोटीन (वायरस का वह हिस्सा जिससे यह शरीर की कोशिकाओं से चिपकता है) में एक खास बदलाव (म्यूटेशन) हुआ है . इस बदलाव की वजह से यह वायरस ज्यादा तेजी से फैल सकता है और यह शरीर की उस इम्युनिटी को भी भेद सकता है, जो वैक्सीन लगवाने या पहले कोविड होने के बाद बनी थी .
कितना खतरनाक है JN.1?
फिलहाल के आंकड़ों के मुताबिक, JN.1 वेरिएंट ओमिक्रॉन के पुराने वेरिएंट्स की तरह ही है और इससे गंभीर बीमारी होने का खतरा बहुत कम है . अधिकतर लोगों में इसके लक्षण हल्के से मध्यम स्तर के ही देखे गए हैं . इनमें गले में खराश, बहती नाक, हल्का बुखार, थकान और खांसी जैसे लक्षण शामिल हैं, जो पहले वाले ओमिक्रॉन वायरस से बहुत मिलते-जुलते हैं . हालांकि, JN.1 की सबसे बड़ी चिंता इसकी तेजी से फैलने की क्षमता है. यह वेरिएंट बहुत आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है, इसलिए इसके केस तेजी से बढ़ सकते हैं .
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