हरियाणा के फिरोजपुर झिरका से कांग्रेसी विधायक मामन खान की हत्या की साजिश का सनसनीखेज खुलासा हुआ है. गुरुग्राम एसटीएफ ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
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प्रारंभिक जांच में पता चला है कि विदेश में बैठे कुख्यात गैंगस्टर रोहित गौदारा ने इस साजिश को अंजाम देने की योजना बनाई थी. एसटीएफ की त्वरित कार्रवाई ने एक बड़ी वारदात को होने से रोक दिया.
अवैध हथियारों ने खोला साजिश का राज
गुरुग्राम एसटीएफ को सूचना मिली थी कि शक्तिनगर के रहने वाले ललित और सागर गुर्जर के पास अवैध हथियार हैं. जांच के दौरान ललित को एक अत्याधुनिक पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में ललित ने चौंकाने वाला खुलासा किया.
उसने बताया कि गैंगस्टर रोहित गौदारा ने गुरुग्राम के सागर गुर्जर, ललित, बिलासपुर के जोगिंदर और राजस्थान के राजू को विधायक मामन खान की रेकी और हत्या की जिम्मेदारी सौंपी थी. एसटीएफ ने इसके बाद सागर, जोगिंदर और राजू को भी गिरफ्तार कर लिया.
हत्या के बाद दंगे भड़काने की थी योजना
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गैंगस्टर रोहित गौदारा ने विधायक की हत्या की साजिश इसलिए रची थी ताकि इलाके में सांप्रदायिक दंगे भड़काए जा सकें. रेकी के तुरंत बाद विधायक को उनके गुरुग्राम निवास से नूंह जाते वक्त रास्ते में शूटर्स द्वारा निशाना बनाया जाना था. एसटीएफ की तत्परता से एक बड़ी वारदात को होने से पहले ही रोक दिया गया. हालांकि, इस मामले में एसटीएफ के अधिकारी फिलहाल कुछ भी कहने से बच रहे हैं. एसटीएफ अब यह पता लगाने में जुटी है कि रेकी के बाद विधायक की हत्या की जिम्मेदारी किन शूटर्स को दी गई थी.
मामन खान का विवादित बयान रहा था सुर्खियों में
कांग्रेसी विधायक मामन खान इससे पहले अपने एक बयान को लेकर चर्चा में रहे थे. नूह दंगों से पहले विधानसभा में उन्होंने गौ रक्षा के नाम पर कथित तौर पर निर्दोष लोगों को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए गौ रक्षक मोनू मानेसर पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था, "अगर मोनू नूह में आया, तो उसकी प्याज सी फोड़ देंगे." इस बयान के बाद उन्हें सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा था. इतना ही नहीं, उन्हें गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा और बाद में जमानत पर रिहा हुए.
गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज
एसटीएफ ने गिरफ्तार आरोपियों सागर गुर्जर, ललित, जोगिंदर और राजू के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. जांच में यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस साजिश में और कौन-कौन शामिल हो सकता है. पुलिस और एसटीएफ के अधिकारी इस मामले में फिलहाल चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह साजिश क्षेत्र में अशांति फैलाने की बड़ी योजना का हिस्सा हो सकती है.
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