हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म, बढ़ने लगी ठंड, IMD ने जारी किया ताजा अपडेट 

हरियाणा में मौसम बदल रहा है. पहाड़ों की हवा से रातें सर्द हो गई हैं, तापमान 22 डिग्री से नीचे जा रहा है. हालांकि, दिन में धूप रहेगी और हल्की गर्मी बनी रहेगी. 14 अक्टूबर तक बारिश की संभावना नहीं है.

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न्यूज तक डेस्क

• 11:05 AM • 09 Oct 2025

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हरियाणा में मौसम अब करवट ले रहा है. सुबह और शाम की हवा में ठंडक बढ़ने लगी है. लोग अब रात में कंबल और स्वेटर का सहारा लेने लगे हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ताजा जानकारी के अनुसार, हरियाणा में रात का तापमान अब तेजी से नीचे जा रहा है. पहाड़ों से आने वाली ठंडी हवाओं ने मौसम का मिजाज बदल दिया है. फरीदाबाद में रात का तापमान 22 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है.

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दिन में धूप, रात में ठंडक

मौसम विभाग का कहना है कि दिन के समय अभी गर्मी बनी रहेगी. आसमान साफ रहेगा और धूप खिली रहेगी. एनसीआर में दिन का तापमान 28 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है. हालांकि, अगले कुछ दिनों में, यानी 14 अक्टूबर तक, अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. दूसरी ओर, रात का न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है. इसका मतलब है कि दिन में हल्की गर्मी रहेगी, लेकिन रातें अब ठंडी होने लगेंगी.

बारिश की संभावना नहीं

मौसम विभाग के अनुसार, 9 से 14 अक्टूबर तक फरीदाबाद और दिल्ली-एनसीआर में बारिश की कोई संभावना नहीं है. पहाड़ी इलाकों में हाल ही में हुई बारिश और बर्फबारी अब थम गई है. इसके चलते ठंडी हवाएं उत्तर भारत की ओर बढ़ रही हैं. इन हवाओं का असर हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश में देखने को मिलेगा. इससे रात के तापमान में और गिरावट आएगी, लेकिन दिन का तापमान लगभग स्थिर रहेगा.

पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म

पिछले सप्ताह पश्चिमी विक्षोभ के कारण हरियाणा के कई जिलों में बारिश हुई थी. 5 से 8 अक्टूबर के बीच बारिश और कुछ इलाकों में हल्की ओलावृष्टि दर्ज की गई. चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अध्यक्ष एमएल खिचड़ ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ अब खत्म हो चुका है. शुक्रवार से मौसम पूरी तरह साफ और शुष्क रहेगा. यह स्थिति 14 अक्टूबर तक बनी रहेगी.

किसानों के लिए अनुकूल मौसम

मौसम में आए इस बदलाव का असर कृषि पर भी पड़ रहा है. कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि मौजूदा मौसम सरसों की बिजाई के लिए उपयुक्त है. वहीं, 20 अक्टूबर के बाद चने की बिजाई शुरू हो सकती है. पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू होने से मैदानी क्षेत्रों में ठंड बढ़ेगी, जिसका फायदा फसलों को मिलेगा.

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