Kanwar Yatra 2025: सावन की शुरुआत के साथ ही हरिद्वार से लौटते कांवड़ियों का कारवां एक बार फिर सड़कों पर दिखाई देने लगा है. इस बार हरियाणा के दो भाइयों की कांवड़ यात्रा की खूब चर्चा हो रही है. ये दाेनों भाई अपनी बुजुर्ग दादी को कांवड़ में बैठाकर 230 किलोमीटर लंबी तीर्थ यात्रा पर निकले हैं.
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जानकारी के अनुसार, इनमें एक भाई का नाम जतिन और दूसरे भीई का नाम विशाल है. ये दोनों हरियाणा के झज्जर जिले के रहने वाले हैं. दाेनों ने अपनी इस यात्रा की शुरुआत 21 जून 2025 को हरिद्वार की थी. इस दौरान दोनों भाई एक साथ अपनी दादी को कंधे पर बैठाकर लेकर जा रहे हैं. जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
230 किलोमीटर का सफर करेंगे तय
वीडियो में दिख रहा है कि कांवड़ के एक पलड़े में दोनों ने अपनी दादी राजबाला को बिठाया है. वहीं, दूसरे पलड़े में दादी के वजन के बराबर गंगाजल रखा है, जिसे दोनों भाई कंधे पर कांवड़ उठाकर पूरा कर रहे हैं. इस दाैरान विशाल ने बताया कि उनकी ये यात्रा हरिद्वार से बहादुरगढ़ तक की है. इस दौरान वो लगभग 230 किलोमीटर का सफर तय करेंगे.
पहले भी कर चुके हैं ऐसी यात्रा
उन्होंने बताया कि ये पहली बार नहीं है जब दानों भाइयों ने अपनी दादी के लिए इतना बड़ा कदम उठाया. इससे पहले भी वे दादी को कांवड़ में बिठाकर हरिद्वार से बहादुरगढ़ तक की यात्रा पूरी का चुके हैं. मान्यता के अनुसार, कांवड़ यात्रा को दो वर्षों में पूर्ण करना होता है, जिसके चलते इस साल भी दोनों भाई इस पवित्र यात्रा पर निकले हैं. उनकी यह श्रद्धा और दादी के प्रति समर्पण लोगों के लिए प्रेरणा बन रहा है.
दादी ने पोतों के लिए की प्रार्थना
कांवड़ में बैठकर तीर्थ यात्रा कर रहीं राजबाला इस अनुभव से बेहद खुश हैं. उन्होंने कहा, “पोते मुझे तीर्थ करा रहे हैं, बहुत अच्छा लग रहा है. जो काम बेटों ने नहीं किया, वो मेरे पोतों ने किया.” राजबाला ने भगवान शिव से अपने पोतों के लिए लंबी उम्र, अच्छी नौकरी और जल्द शादी की प्रार्थना की है.
विशाल ने क्या बताया
इस दौरान विशाल ने बात करते हुए बताया, “हमारी इच्छा थी कि दादी को तीर्थ कराएं. इसलिए हम कांवड़ में उन्हें बैठाकर हरिद्वार से बहादुरगढ़ तक जा रहे हैं.”
यहां देखें वीडियो
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