जींद शहर में आज होने वाले दशहरा समारोह में एक बेहद अनोखा और अनूठा रावण दहन देखने को मिलेगा. सनातन धर्म आदर्श किला रामलीला कमेटी ने दर्शकों के लिए एक ऐसे रावण का पुतला तैयार करवाया है जो सिर्फ खड़ा नहीं रहेगा, बल्कि कई हैरतअंगेज गतिविधियां भी करेगा.
ADVERTISEMENT
पुतले करेंगे आवाज, हिलाएंगे गर्दन
इस बार रावण का पुतला अपनी गर्दन हिलाने, आंखों की पुतलियां घुमाने, पलकें झपकाने और यहां तक कि मुंह खोलकर आवा निकालने जैसी गतिविधियां करेगा. कमेटी का दावा है कि रावण के पुतले की गर्दन हिलाने की यह पहल हरियाणा में पहली बार जींद में की जा रही है, जो दशहरे के पर्व पर शहरवासियों के लिए खास आकर्षण का केंद्र बनेगी.
रावण के अलावा, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले भी तैयार किए गए हैं. कुंभकरण के पुतले की आंखें भी खास होंगी, जो लाल बल्बों की तरह टिमटिमाती नजर आएंगी और उसके सिर पर सींग भी लगाए गए हैं. रावण के इस पुतले की ऊंचाई 50 फुट है, जबकि कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले 40 फुट ऊंचे हैं.
सनातन धर्म आदर्श किला रामलीला कमेटी के प्रधान रवि गुंबर ने मीडिया को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उनकी कमेटी वर्ष 1955 से लगातार दशहरे पर रावण दहन का कार्यक्रम आयोजित करती आ रही है.
कारीगरों का समर्पण और बेटी का सहयोग
इन विशाल पुतलों को बनाने में कारीगरों की लंबे समय की मेहनत लगी है. एक कारीगर ने बताया कि वह पिछले 45 वर्षों से यह कार्य कर रहे हैं. पहले वह हिसार में पुतले बनाते थे और अब लंबे समय से जींद में यह कार्य कर रहे हैं.
एक अन्य कारीगर की बेटी भी इस काम में अपने पिता का हाथ बंटा रही है. उसने बताया कि वह बचपन से ही अपने पिता को यह कार्य करते देख रही है, जिससे उसकी भी रुचि बढ़ी और अब वह भी यह काम सीखकर अपने पिता की मदद कर रही है.
मुख्य अतिथि होंगे विधानसभा उपाध्यक्ष
रामलीला कमेटी के प्रधान रवि गुंबर ने बताया कि इस बार के दशहरा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ. कृष्ण मिढ़ा होंगे.
ADVERTISEMENT