ईरान-इजरायल तनाव के बीच India करेगा Astra Mk-2 मिसाइल का परीक्षण, चीन-पाकिस्तान की बढ़ी टेंशन

इजरायल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है .इस बीच भारत भी अपने हथियारों का लगातार परीक्षण करने में लगा है. इसी कड़ी में भारतीय वायुसेना जल्द ही अस्त्र एमके-2 मिसाइल की टेस्टिंग करने वाली है. जिसके बाद भारत की ताकत में और भी इजाफा हो जाएगा.

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ईरान-इजरायल तनाव के बीच India करेगा Astra Mk-2 मिसाइल का परीक्षण.

आयुष मिश्रा

17 Apr 2024 (अपडेटेड: 18 Apr 2024, 10:12 AM)

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Astra Mk-2 Missile : इजरायल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है .इस बीच भारत भी अपने हथियारों का लगातार परीक्षण करने में लगा है. इसी कड़ी में भारतीय वायुसेना जल्द ही अस्त्र एमके-2 मिसाइल की टेस्टिंग करने वाली है. जिसके बाद भारत की ताकत में और भी इजाफा हो जाएगा. Astra Mk-2 मिसाइल बेयॉन्ड विजुअल रेंज कैटेगरी में शामिल है. ये मिसाइल 5556.6 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से दुश्मन पर हमला करती है. इस घातक स्पीड की वजह से लड़ाकू विमान हो या फिर अटैक हेलिकाप्टर के चालक इसे देख नहीं पाते.

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टारगेट पर लगाती है अचूक निशाना

भारतीय वायुसेना के पास विभिन्न प्रकार की अचूक निशाना लगाने वाली मिसाइलें हैं लेकिन उनमें अस्त्र मिसाइल सबसे खतरनाक है क्योंकि ये किसी भी टारगेट को मिस नहीं करती है. मौजूदा वक्त में सेना में Astra Mk-1 शामिल है. Astra Mk-2 ट्रायल फेज में है लेकिन जल्द ही परीक्षण के बाद ये वायुसेना में शामिल हो जाएगी. वायुसेना इस घातक मिसाइल की ताकत को देखते हुए इसे शामिल करने के लिए पूरी तरह से संतुष्ट है.

इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि ये दुश्मन के अटैक हेलिकाप्टर हो या फिर लड़ाकू विमान चाहे जितनी तेजी से जगह बदले लेकिन अगर इसने टारगेट लॉक कर लिया तो ये दुश्मन को मिटकर ही दम लेती है. इसके पीछे की वजह है इसमें ऑप्टिकल प्रॉक्सीमिटी फ्यूज का लगना. जिसके दम पर ये मिसाइल टारगेट पर लगातार नजर बनाए रखती है और फिर उसे खत्म कर देती है.

अस्त्र एमके-2 की खासियत

इसकी सबसे बड़ी खासियत इसकी स्पीड है. जो टारगेट पर 5556.6 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से हमला करने में सक्षम है .इसका वजन करीब 154 किलोग्राम है. लंबाई 12.6 फीट है और इसकी चौड़ाई 178 एमएम है .ये मिसाइल 15 किलोग्राम विस्फोटक को आसानी से ले जा सकता है. इसके साथ ही इसकी रेंज 130 किलोमीटर से लेकर 160 किलोमीटर के बीच है. ये मिसाइल 66 हजार फीट की ऊंचाई तक मार करने में सक्षम है.इसे DRDO ने डिजाइन किया है.

भारत का भविष्य स्वदेशी मिसाइल

बात अगर भविष्य की जंगों की करें तो भारत खुद को स्वदेशी हथियारों से लैस करना चाहता है और अस्त्र एमके-2 इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. इस वजह से इस खतरनाक मिसाइल को तेजस एमके-2 और दूसरे फाइटर जेट्स में भी लगाया जा सकता है. वायुसेना स्वदेशी अस्त्र मिसाइल को लगाकर पुरानी माइका मिसाइल से रिप्लेस करेगा क्योंकि माइका मिसाइल काफी पुरानी है.

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