Iran’s Raisi funeral live: तेहरान में इब्राहिम रईसी की अंतिम यात्रा में 15 देशों पहुंच चुके हैं. इनमें सरकारी अधिकारी, सरकार के बड़े नेता और कई गणमान्य लोग शामिल हैं. ईरान के अधिकारिक एजेंसियों के हवाले से बताया गया है कि कतर के अमीर और प्रधानमंत्री, तुर्केमिनस्तान के नेता, ट्यूनिशिया के राष्ट्रपति, तजाकिस्तान के राष्ट्रपति, इराक-पाकिस्तान-अर्मेनिया और अजरबैजान के प्रधानमंत्री, इराक-रूस-अलजेरिया-उज्बेकिस्तान-कजाकिस्तान, लेबनान के संसद के प्रमुख भी ईरान पहुंच चुके हैं. बताया गया है कि करीब 50 देश राष्ट्रपति इब्राहम रईसी के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेंगे.
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भारत से ईरान कौन गया ?
भारत की तरफ से उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ईरान पहुंचे हैं. साथ ही खबर है कि भारतीय विदेश मंत्री भी ईरान जा सकते हैं. भारत ने ईरानी राष्ट्रपति के सम्मान में एक दिवसीय शोक का ऐलान किया था. वहीं दिल्ली स्थित ईरानी कल्चर हाउस में शोक सभा का भी आयोजन किया गयाा जिसमें ईरानी दूतावास के राजदूत समेत कई अधिकारियों ने हिस्सा लिया.
पाकिस्तान की तरफ से कौन गया ?
पाकिस्तान की तरफ से प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ईरान पहुंच चुके हैं और वो इब्राहिम रईसी के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे. उनके साथ पाकिस्तान की डिप्टी पीएम इशाक डार, आंतरिक मामलों के मंत्री मोहसिन नकवी और सूचना मंत्री अतुल्लाह तरार भी ईरान पहुंचे हैं.
चीन की तरफ से कौन गया ?
चीन की तरफ से इब्राहिम रईसी की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए चीन के उप प्रधानमंत्री बीजिंग से ईरान पहुंच चुके हैं और उनके साथ चीन के कई अधिकारी भी ईरान पहुंचे हैं.
तालिबान और हमास की तरफ से कौन आया
तालिबान और हमास की तरफ से प्रतिनिधिमंडल ईरान पहुंच चुका है. हमास की तरफ से उसके प्रमुख इस्माइल हानिया खुद ईरान पहुंचे हैं जबकि तालिबान के प्रमुख नहीं बल्कि उनका प्रतिनिधिमंडल तेहरान पहुंचा है.
मिस्त्र भी पहुंचा ईरान
तेहरान के साथ इस दुख की घड़ी में खड़े होने के लिए मिस्त्र की तरफ से विदेश मंत्री सामेह शॉकरी ईरान पहुंचे हैं. ये उनका पहला ईरानी दौरा है. जानकारी के लिए आपको बता दें कि मिस्त्र-ईरान के संबंध में खटास के बावजूद मिस्त्र की तरफ से विदेश मंत्री का तेहरान पहुंचना दोनों देशों के सुधरते रिश्ते को दिखाता है.
कहां दफनाया जाएगा पार्थिव शरीर ?
इब्राहिम रईसी के पार्थिव शरीर को उनके होमटाउन मशहद के Imam Reza shrine में दफनाया जाएगा. तेहरान में अधिकारिक कार्यक्रम के बाद पार्थिव शरीर को मशहद ले जाया जाएगा.
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