भारत की थीम पर आधारित होगा United Nation का Summit of the Future 2024

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटेनियो गुटेरस ने भारत की तारीफ करते हुए कहा कि Multilateral Development Banks यानी बहुपक्षीय विकास बैंकों में जिस तरह से सुधार हुआ है वो इस साल होने वाले भविष्य के सम्मेलन की मेन थीम रहेगी.

NewsTak

आयुष मिश्रा

22 Apr 2024 (अपडेटेड: 23 Apr 2024, 04:22 PM)

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UN India News: संयुक्त राष्ट्र ने एक बार फिर से भारत की सराहना है. दरअसल, भारत ने जिस तरह से G-20 की मेजबानी में काम किया उसको लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने भारत की तारीफ की है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने भारत की तारीफ करते हुए कहा कि Multilateral Development Banks यानी बहुपक्षीय विकास बैंकों में जिस तरह से सुधार हुआ है वो इस साल होने वाले भविष्य के सम्मेलन की मेन थीम रहेगी. भारत के लिहाज से ये अच्छी खबर इसलिए है क्योंकि इस साल के सितंबर महीने में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान भविष्य के सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा और वो भी भारत की थीम पर.

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यूएन में चला भारत का जादू

बता दें भारत ने UN में अपनी पकड़ को मजबूत किया है और भारत ने लगातार सुधारों को लेकर बात भी की है. अब भारत का जादू यूएन में चला क्योंकि भारत ने जब जी20 अध्यक्षता की तो उसमें बहुपक्षीय विकास बैंकों में सुधार के लिए एक स्वतंत्र विशेषज्ञ समूह (independent expert group) का गठन किया गया था.जिसके सह-संयोजक एनके सिंह थे.

ये वहीं एनके सिंह हैं जिन्होंने कुछ हफ्ते पहले ही संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय का दौरा किया और वहां संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की थी. मुलाकात के दौरान उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस के साथ ही साथ संयुक्त राष्ट्र के डिप्टी सेक्रेटरी जनरल अमिना मोहम्मद और आर्थिक-सामाजिक मामलों के सेक्रेटरी जनरल ली जानहुआ से भी मुलाकात की थी.

यूएन ने मानी भारत की बात

अब एक तरफ सह-संयोजक एनके सिंह ने मुलाकात की और दूसरी तरफ भारत के इस फैसले पर संयुक्त राष्ट्र नेतृत्व ने अपनी प्रतिक्रय़ा दी. यूएन ने भारत की बात को मानते हुए कहा कि Independent Expert Group की रिपोर्ट में कई अहम सुझाव दिए गए हैं, जिनसे दुनिया को फायदा होगा क्योंकि ये International Financial Institutions में रिर्फाम को आसानी से सुनिश्चित किया जा सकता है.

भारत के सुझाव से यूएन को फायदा

अब भारत के सुझाव को यूएन ने माना है क्योंकि भारत के इस सुधार से न सिर्फ दुनिया गरीबी को आसानी से खत्म करेगी बल्कि इससे जलवायु परिवर्तन से लड़ने में भी मदद मिलेगी। इसका सबसे बड़ा फायदा बहुपक्षीय विकास बैंकों यानी Multilateral Development Banks में सुधार से एक बड़ी खाई भी पाटी जा सकती है जो कि वैश्विक उत्तर से लेकर वैश्विक दक्षिण तक फैली हुई है क्योंकि इस समूह की रिपोर्ट में लोअर और मिडिल इनकम वाले देशों पर खासतौर से ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया गया है.

भारत ने निभाई महत्वपर्ण भूमिका

भारत लगातार यूएन में अपने फैसलों से यूएन को मदद पहुंचा रहा है. यही वजह है कि अमेरिका से लेकर रूस जैसे देश भी चाहते हैं कि भारत को यूएन का परमानेंट सदस्य बनाया जाए.अमेरिका ने हाल ही में भारत को यूएन का परमानेंट सदस्य बनाए जाने की वकालत की थी.

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