हाल ही भारत- पाकिस्तान तनाव के बीच भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तानी हमलों को नाकाम कर खूब चर्चा में आए हैं, ऐसे में आने वाले दिनों में ऐसे कुछ और नए हथियार भारत अपने बेडे में ले सकता है. रूस के S-400 के अलावा भी कई ऐसे डिफेंस सिस्टम है जो अपने दमखम के लिए जाने जाते हैं. आपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के पिकोरा सिस्टम ने जबरदस्त काम किया. एस-125 पिकोरा सोवियत निर्मित सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है, जो कई वर्षों से भारतीय वायुसेना की वायु रक्षा की रीढ़ की हड्डी के रूप में काम कर रही है। मूल रूप से 1961 में सोवियत संघ द्वारा शुरू की गई यह प्रणाली अब छह दशकों से अधिक समय से परिचालन में है। इसने लगभग हर समकालीन संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और कई विरोधियों को सफलतापूर्वक उलझाया है, अनगिनत मार गिराए हैं। भारतीय वायुसेना 25 पिकोरा स्क्वाड्रन संचालित करती है, जिसमें फिक्स्ड लैंड-बेस्ड सिस्टम और मोबाइल ट्रक-माउंटेड वैरिएंट दोनों शामिल हैं। वहीं हाल ही में भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) और रूसी हथियार कंपनी Rosoboronexport के बीच उस हथियार को लाने की डील हुई है, जो रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सुरक्षा में तैनात है. यह डील इंडिया-रसिया इंटर-गवर्नमेंटल कमीशन की पांचवीं सबग्रुप मीटिंग में गोवा में हुई. पुतिन के वालदाई लेक के पास स्थित मकान से 3.7 km दूर Pantsir-S1 एयर डिफेंस सिस्टम लगा हुआ है. ऐसे में इस सिस्टम के भी भारत में जल्द तैनाती की उम्मीद की जा रही है.
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