Bhind news: भिंड में कोविन पोर्टल का दुरुपयोग करते हुए कोरोना वैक्सीनेशन के फर्जी सर्टिफिकेट जारी करने का अनोखा मामला सामने आया है. खास बात यह है कि जिस उप स्वास्थ्य केंद्र से कोरोना वैक्सीनेशन के फर्जी सर्टिफिकेट जारी किए गए हैं. वहां पर कोरोना टीकाकरण ही पूरी तरह बंद है. कोरोना वैक्सीनेशन के फर्जी सर्टिफिकेट का मामला सामने आने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है.इसकी जानकारी भिंड जिला अधिकारी और पुलिस के साथ-साथ भोपाल स्तर तक सीएमएचओ द्वारा पत्र लिख कर दी गई है. इस पूरे मामले पर जांच शुरू हो गई है. जिला कलेक्टर ने इस बात की पुष्टि की है.
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दरअसल इस पूरे मामले का खुलासा 30 मई को उस वक्त हुआ जब एक व्यक्ति सीएमएचओ कार्यालय में कोरोना वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट लेने पहुंचा था. जब कार्यालय में पदस्थ पूर्व व्हीसीसीएम अजय कुमार द्वारा एडमिन में लॉगिन किया गया तो वे हैरान रह गए.
बिना टीकाकरण के सर्टिफिकेट जारी
मेहगांव ब्लॉक के उप स्वास्थ्य केंद्र सोनी में कोरोना वैक्सीनेशन के सत्र आयोजित करके फर्जी सर्टिफिकेट जारी किए जा रहे हैं. यह जानकारी उन्होंने तुरंत सीएमएचओ यूपीएस कुशवाहा को दी. सीएमएचओ ने जब यह गड़बड़ी देखी तो वह भी हैरान रह गए क्योंकि उप स्वास्थ्य केंद्र सोनी में टीकाकरण के लिए कोरोना वैक्सीन ही उपलब्ध नहीं है. ऐसे में भला टीकाकरण के लिए सत्र कैसे आयोजित किया जा सकता है, और बिना टीकाकरण के सर्टिफिकेट कैसे जारी किए जा रहे हैं. उन्होंने तुरंत इस बात की जानकारी भिंड कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस. समेत विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दी.
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जिन लोगों के सर्टिफिकेट जारी किए वो मध्यप्रदेश के ही नहीं
जानकारी मिलने पर भिंड से लेकर भोपाल तक हड़कंप मच गया. जिस आईडी से सर्टिफिकेट जारी किए जा रहे थे उसे तुरंत बंद किया गया. स्वास्थ्य विभाग के पास 127 लोगों की सूची है. जिनके कोरोना वैक्सीनेशन के फर्जी सर्टिफिकेट जारी किए गए हैं. खास बात यह है कि जिन लोगों के सर्टिफिकेट जारी किए गए हैं. उनमें से कोई भी व्यक्ति भिंड जिले का नहीं है. सभी लोग देश के अलग-अलग प्रदेशों के हैं. जिनमें बिहार गुजरात और छत्तीसगढ़ के लोग शामिल हैं.
कलेक्टर बोले- आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी
इस मामले में पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर जांच करवाई जा रही है. भिंड कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस. का कहना है कि यह कुछ टेक्निकल इश्यू है इसकी जानकारी जब हमें समझ आई है, तो भोपाल में विभाग की आईटी टीम को यह जानकारी दी गई है और आईटी टीम इसकी जांच कर रही है. कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस. ने कहा कि जांच में जो भी आरोपी गण होंगे उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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