MP Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में देश के तमाम राजनीतिक दल अपनी-अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. ऐसा पहली बार है जब मध्यप्रदेश चुनाव में सबसे ज्यादा राजनीतिक दल अपनी भूमिका निभा रहे हैं. इन दलों की एंट्री से प्रदेश के प्रमुख दल कांग्रेस-बीजेपी (Congress-Bjp) को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसी कारण बुरहानपुर विधानसभा (Burhanpur Vidhansabha) सीट पर कांग्रेस को एक बार फिर झटका बड़ा झटका लगा है.
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बुरहानपुर में पूर्व नगर निगम नेता प्रतिपक्ष नफीस मंशा खान ने AIMIM की सदस्यता लेकर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. आपको बता दें नफीस मंशा खान इसके पहले कांग्रेस में थीं. कांग्रेस ने सुरेंद्र सिंह शेरा को तो वहीं बीजेपी ने पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस को अपना प्रत्याशी बनाया है. इस सीट का इतिहास रहा है, कि यहां निर्दलीय प्रत्याशी खेल बिगाड़ते रहे हैं. इसके पहले अगर बीजेपी की बात करें तो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्व. नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह भी निर्दलीय चुनावी मैदान में ताल ठोल रहे हैं.
क्या है कांग्रेस छोड़ने का कारण
कांग्रेस के बागी पूर्व पार्षद नफीस मंशा खान ने बताया, “AIMIM ज्वाइन करने का कारण मेरा यह है कि कांग्रेस ने टिकट न देकर अल्पसंख्यक का अपमान किया, जो कांग्रेस का सदस्य नही है निर्दलीय को टिकट दे दिया है. कहा- जातिगत आधार पर अल्पसंख्यक वर्ग से टिकट की मांग की जा रही थी. यह मांग लेकर पिछले दिनों कांग्रेस के 23 पार्षद और 2 पूर्व विधायक भोपाल (Bhopal) में प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला से मिलने पहुंचे. वहां एक कमरे में 2 घंटे तक बैठे रहे, लेकिन मुलाकात नहीं हो पाई. बाद में पुलिस बुलाकर बाहर कर दिया. यह बेइज्जती है, हमने यह घूंट पिया और यह मन बना लिया कि इन्हें सबक सिखाना है.
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