मध्यप्रदेश में अब आप के बाद सामने आई ‘बाप पार्टी’, 21 आदिवासी सीटों पर लड़ेगी चुनाव

MP Election 2023: मध्यप्रदेश में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अब आप पार्टी के बाद बाप पार्टी भी सामने आ गई है. भारतीय आदिवासी पार्टी, जिसे शॉर्ट में बाप पार्टी बोला जा रहा है, उसने दावा किया है कि वह पश्चिम मध्यप्रदेश की 21 आदिवासी बहुल विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा […]

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चंद्रभान सिंह भदौरिया

21 Sep 2023 (अपडेटेड: 21 Sep 2023, 01:34 PM)

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MP Election 2023: मध्यप्रदेश में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अब आप पार्टी के बाद बाप पार्टी भी सामने आ गई है. भारतीय आदिवासी पार्टी, जिसे शॉर्ट में बाप पार्टी बोला जा रहा है, उसने दावा किया है कि वह पश्चिम मध्यप्रदेश की 21 आदिवासी बहुल विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी और चुनाव लड़कर स्थापित पार्टियों को चुनौती देगी.

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भारतीय आदिवासी पार्टी जिसे “बाप” कहा जाता है, वह मूलतः राजस्थान के मध्यप्रदेश ओर गुजरात से सटे भील आदिवासी बहुल इलाकों की पार्टी है. बीते 10 सितंबर 2023 को ही भारतीय आदिवासी पार्टी ” बाप” लांच हुई थी. मुख्यतः भील प्रदेश की मांग के साथ आदिवासियों के संवैधानिक हक जमीन पर दिलवाने के एजेंडे के साथ यह पार्टी बनाई गयी है.

पार्टी के मध्यप्रदेश इकाई के प्रदेश अध्यक्ष ईश्वर गरवाल कहते हैं कि उनकी पार्टी ने तय किया है कि अपनी विचारधारा को लेकर पश्चिम मध्यप्रदेश के झाबुआ – रतलाम – अलीराजपुर – धार – खरगौन ओर बड़वानी की सभी आदिवासी समुदाय के लिए आरक्षित सीटों पर चुनाव लड़ेंगी.

पार्टी अध्यक्ष ने बताया चुनावी एजेंडा

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ईश्वर गरवाल बताते हैं कि भारत आदिवासी पार्टी चाहती है कि आदिवासियों के लिए जो संवैधानिक अधिकार हैं, वह कागजों से निकलकर जमीन पर आए ओर इसके लिए विधानसभा में अपनी विचारधारा के विधायकों का पहुंचना जरूरी है. इसलिए हमने तय किया है हम मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव लडेंगे ओर अधिकतर सीटे जीतकर विधानसभा में सरकार को मजबूर करेंगे कि वह आदिवासियों को उनका संवैधानिक हक जैसे पांचवीं ओर छठवी अनुसूची आदि जैसे अधिकार दे.

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में कुल 47 आदिवासी समुदाय के लिए सीटें आरक्षित हैं ओर इन 47 सीटों सहित 80 सीटों पर आदिवासी मतदाता चुनाव परिणामों को प्रभावित करते हैं. ऐसे में इतने बड़े मतदाता वर्ग को लुभाने के लिए आदिवासी वर्ग के लोगों ने अपनी ही पार्टी चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी कर ली है. देखना होगा कि बाप पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस जैसे स्थापित दलों को किस तरह से चुनौती दे पाते हैं.

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