नरोत्तम मिश्रा हार की ओर… देखना होगा कितने हजार वोटों से मिलेगी BJP के इस बड़े नेता को मात

मध्य प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीट दतिया पर पल पल नरोत्तम मिश्रा की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. यहां कांग्रेस के राजेंद्र भारती ने मिश्रा को ऐसी चुनौती दी कि एक बार भी नरोत्तम रेस में आगे नहीं निकल पाए.

Madhya Pradesh bjp, Madhya Pradesh congress, Madhya Pradesh election result 2023, election result madhya pradesh, assembly election result, Madhya Pradesh chunav, result of madhya pradesh election, election commission, vidhan sabha chunav result, vidhan
Madhya Pradesh bjp, Madhya Pradesh congress, Madhya Pradesh election result 2023, election result madhya pradesh, assembly election result, Madhya Pradesh chunav, result of madhya pradesh election, election commission, vidhan sabha chunav result, vidhan

एमपी तक

• 01:32 PM • 03 Dec 2023

follow google news

MP Election result 2023: मध्य प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीट दतिया पर पल पल नरोत्तम मिश्रा की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. यहां कांग्रेस के राजेंद्र भारती ने मिश्रा को ऐसी चुनौती दी कि एक बार भी नरोत्तम रेस में आगे नहीं निकल पाए. फिलहाल ऐसा माना जा रहा है कि अब नरोत्तम मिश्रा की हार सुनिश्चित है. ऐसा इसलिए क्योंकि अब महज कुछ ही राउंड बचे हैं. जिनमें राजेंद्र भारती को पछाड़ पाना अब नरोत्तम मिश्रा के बस की बात नहीं है

Read more!

चुनावी नतीजों की बात करें तो दतिया में 11 वें राउंड के बाद अब नरोत्तम मिश्रा काफी पिछड़ गए हैं. इस राउंड के नतीजे में 7512 वोट पीछे नजर आ रहे हैं, अब महज कुछ ही राउंड की गिनती बाकि है, ऐसे में परिणाम पलट पाना काफी मुश्किल समझ आ रहा है.

कैसा रहा राजनीतिक इतिहास

दतिया सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच एक ही प्रत्याशियों के बीच मुकाबला होता रहा है. पिछले तीन बार से कांग्रेस के राजेंद्र भारती, गृह मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा से सीधा मुकाबला कर रहे हैं. हालांकि हर बार उन्हें हार ही मिली है. राजेंद्र भारती ने पहली बार गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ 2008 में चुनाव लड़ा. तब उन्होंने मायावती की पार्टी बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. जिसमें उन्हें 23,256 वोट मिले जबकि नरोत्तम मिश्रा ने 34,889 वोट हासिल कर बड़ी जीत हासिल की थी.

फिर 2013 में डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने 57,438 वोट हासिल कर राजेंद्र भारती (45,357) को हरा दिया. 2018 में भी यही कहानी दोहराई गई लेकिन इस बार मुकाबला बेहद कांटेदार रहा. नरोत्तम मिश्रा महज 2,600 मतों के अंतर से हार गए. इससे पहले 1990 में यह सीट बीजेपी के पास थी तो 1993 में यह कांग्रेस के पास आ गई. जबकि 1998 में यह सीट समाजवादी पार्टी के खाते में चली गई थी.

ये भी पढ़ें: सिंधिया की सबसे करीबी इमरती देवी एक बार फिर से चुनाव हार गईं, जीत गया उनका कांग्रेसी समधी

    follow google news