भोपाल का ‘ईरानी डेरा’: जहां पुलिस भी जाने से कतराती थी, वहां 150 जवानों ने दी दबिश; 10 महिलाओं समेत 34 गिरफ्तार

भोपाल के कुख्यात 'ईरानी डेरे' में 150 पुलिसकर्मियों की बड़ी छापेमारी. महिलाओं को ढाल बनाकर किया गया पथराव, पुलिस ने 10 महिलाओं समेत 34 आरोपियों को गिरफ्तार किया. भारी मात्रा में मोबाइल, वाहन और नकली पिस्तौल बरामद.

भोपाल
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गौरव जगताप

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भोपाल के निषादपुरा इलाके में मौजूद कुख्यात ‘ईरानी डेरा’… एक ऐसा नाम जिसे सुनकर लोग सहम जाते थे और जहां जाने से पुलिस भी पहले दस बार सोचती थी. लेकिन रविवार की सुबह इस डर के किले पर कानून ने सीधा हमला किया और इलाके की पूरी तस्वीर बदल दी.

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150 जवानों के साथ तड़के कार्रवाई

रविवार तड़के जब शहर अभी नींद में था तभी करीब 150 पुलिसकर्मियों की टीम अचानक ईरानी डेरे की संकरी गलियों में दाखिल हो गई. पुलिस को इनपुट मिला था कि कुख्यात हिस्ट्रीशीटर राजू और उसकी गैंग के लोग इसी इलाके में छिपे हुए हैं. यही वजह थी कि इस बार रेड पूरी प्लानिंग और भारी फोर्स के साथ की गई.

महिलाओं को आगे कर किया विरोध

जैसे ही पुलिस ने घरों पर दबिश दी, इलाके में अफरा-तफरी मच गई. पुलिस के मुताबिक अपराधी अक्सर खुद सामने आने की बजाय महिलाओं को ढाल बनाकर आगे कर देते हैं. इस बार भी कुछ महिलाओं ने पुलिस को रोकने की कोशिश की, हालात तनावपूर्ण हो गए और पथराव जैसी स्थिति बन गई. हालात संभालने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा.

नकली पुलिस बनकर करता था ठगी

छापेमारी के दौरान पुलिस को ‘काला ईरानी’ नाम के आरोपी के घर से एक नकली पिस्तौल मिली. पूछताछ में उसने बताया कि वह खुद को पुलिसकर्मी बताकर लोगों को डराता था और उनसे पैसे ऐंठता था.

इसके साथ ही पुलिस ने मौके से 51 मोबाइल फोन, 21 दोपहिया वाहन जब्त किए हैं, जिनका इस्तेमाल अलग-अलग अपराधों में होने की आशंका है.

34 लोग गिरफ्तार, कई बड़े बदमाश भी चपेट में

इस पूरी कार्रवाई में पुलिस ने 34 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 22 पुरुष और 10 महिलाएं शामिल हैं. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इनमें से 7 आरोपी ऐसे हैं जो स्थायी वारंटी या इनामी बदमाश हैं. बाकी सभी का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है. साथ ही, दूसरे राज्यों की पुलिस से भी संपर्क किया जा रहा है क्योंकि इन लोगों के तार अंतरराज्यीय गिरोहों से जुड़े हो सकते हैं.

अब नहीं रहेगा कोई ‘नो-गो जोन’

भोपाल पुलिस की इस कार्रवाई का सीधा संदेश है. शहर में अब कोई भी इलाका अपराधियों के लिए सुरक्षित नहीं है. पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर हुई इस बड़ी रेड ने ईरानी डेरे जैसे इलाकों के दबदबे को सीधी चुनौती दी है. अब देखना होगा कि इस सख्ती के बाद क्या इस बदनाम इलाके से अपराध की जड़ें सच में उखड़ पाती हैं या नहीं.

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