भोपाल: बुजुर्ग की जान बचाने उन्हें कंधे पर डाल एक किलोमीटर तक दौड़ा 108 एंबुलेंस का चालक!

BHOPAL NEWS: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक बहादुर एंबुलेंस चालक ने अपनी समझदारी से एक बुजुर्ग की जान बचा ली. बुजुर्ग ने कीटनाशक पी लिया था और उसके बाद वह बेसुध घर में पड़े थे. परिजनों ने 108 एंबुलेंस को कॉल किया. लेकिन जैसे ही एंबुलेंस बुजुर्ग के परिजनों द्वारा बताए पते पर पहुंची […]

Bhopal News mp news 108 Ambulance Pilot
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इज़हार हसन खान

25 Jan 2023 (अपडेटेड: 25 Jan 2023, 09:01 AM)

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BHOPAL NEWS: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक बहादुर एंबुलेंस चालक ने अपनी समझदारी से एक बुजुर्ग की जान बचा ली. बुजुर्ग ने कीटनाशक पी लिया था और उसके बाद वह बेसुध घर में पड़े थे. परिजनों ने 108 एंबुलेंस को कॉल किया. लेकिन जैसे ही एंबुलेंस बुजुर्ग के परिजनों द्वारा बताए पते पर पहुंची तो एक किलोमीटर पहले ही एंबुलेंस को रोकना पड़ा, क्योंकि बुजुर्ग के घर तक जाने का रास्ता ही नहीं था. इसके बाद एंबुलेंस चालक और उनके एक साथी पैदल ही संकरी गली और खेतों से होते हुए बुजुर्ग के घर पहुंचे और एक किलोमीटर तक बेसुध बुजुर्ग को अपने कंधे पर लादकर दौड़ते हुए एंबुलेंस तक पहुंचे और फिर बुजुर्ग को अस्पताल पहुंचाया.

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भोपाल के बैरसिया तहसील की इमला चौकी पर तैनात 108 एम्बुलेन्स को कल शाम 8.25 पर सूचना मिली की बैरसिया क्षेत्र में धमर्रा रोड स्थित हरिओम स्टोन क्रेशर के पास 60 वर्षीय ज्ञान सिंह अहिरवार नामक व्यक्ति ने कीटनाशक पिया है. जिसके बाद 108 एंबुलेंस मौके पर पहुंची. मगर ज्ञान सिंह का घर अंदर खेत में लगभग एक किलोमीटर दूर था. वहां पर ज्ञान सिंह अचेत अवस्था में थे. एंबुलेंस पर तैनात पायलट जगदीश वंशकार एवं ईएमटी राजेश सुमन ने पाया कि घर पर कोई भी पुरुष नही है तो 108 एंबुलेंस के पायलट जगदीश वंशकार ने ज्ञान सिंह को अपने कंधे पर उठाया और एक किलोमीटर खेत में पैदल चलकर एंबुलेंस वाहन पर लाए और तुरंत ही उन्हें हमीदिया हॉस्पिटल पहुंचाया.

एंबुलेंस चालक की अब सभी कर रहे हैं सराहना
108 एंबुलेंस के पायलट जगदीश वंशकार और उनके साथी की अब सभी जगह सराहना की जा रही है. दोनों ने बुजुर्ग की जान बचाने के लिए समझदारी से काम किया. जगदीश बताते हैं कॉल आने के बाद जब हम उनके घर के पास पहुंचे तो हमें समझ नहीं आया कि कैसे पीड़ित बुजुर्ग को लेकर आएं लेकिन फिर हमने पैदल ही उन्हें लाने की सोची और फिर कंधे पर लादकर बुजुर्ग को ले आए. समय पर उनको हॉस्पीटल पहुंचा दिया जिससे उनकी जान बच गई. अब उनका इलाज चल रहा है.

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