शिवराज सरकार के इन 13 से मंत्रियों पर हार का बड़ा संकट, क्षेत्र में खराब है हालत, जानें

सर्वे रिपोर्ट के आधार पर जानकारी निकल रही है कि शिवराज सरकार के कई मंत्रियों को इस चुनाव में कड़ा मुकाबला झेलना पड़ा है. बेहद नजदीकी मुकाबला कई मंत्रियों का हुआ है.

MP Assembly Election 2023, MP Election 2023, chhindwara, MP में कौन जीत रहा BJP या कांग्रेस, who is winning elections in mp, bet on congress bjp government in mp condition of lakhs put in writing on stamp,
MP Assembly Election 2023, MP Election 2023, chhindwara, MP में कौन जीत रहा BJP या कांग्रेस, who is winning elections in mp, bet on congress bjp government in mp condition of lakhs put in writing on stamp,

एमपी तक

28 Nov 2023 (अपडेटेड: 29 Nov 2023, 07:47 AM)

follow google news

MP Election 2023: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 3 दिसंबर को मतगणना होनी है और जीत-हार की घोषणा होगी. लेकिन अभी से अनुमान लग रहे हैं कि कौन जीत सकता है और किसकी हार हो सकती है, इसे लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां इंटरनल सर्वे करा चुकी हैं. इन सर्वे रिपोर्ट के आधार पर जानकारी निकल रही है कि शिवराज सरकार के कई मंत्रियों को इस चुनाव में कड़ा मुकाबला झेलना पड़ा है. बेहद नजदीकी मुकाबला कई मंत्रियों का हुआ है.

Read more!

इसे लेकर मध्यप्रदेश के प्रमुख अखबार नवदुनिया ने भी एक रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसके अनुसार मध्यप्रदेश के इस विधानसभा चुनाव में 13 से अधिक मंत्रियों को जीतना मुश्किल पड़ सकता है. इनमें से कई की हारने की संभावनाएं जताई जा रही हैं. इनमें कुछ शिवराज समर्थक तो कुछ सिंधिया समर्थक मंत्री भी शामिल हैं, जिनका चुनाव उनके कांग्रेस प्रतिद्वंदी से बेहद क्लोज रहा है.

अब निश्चित तौर पर इनकी जीत हाहोगी या हार होगी, इसके लिए तो तीन दिसंबर तक का इंतजार करना होगा, लेकिन पार्टियों के सर्वे में इन मंत्रियों की जीतने की संभावनाओं पर कई तरह के किंतु-परंतु लगाए जा रहे हैं.

इनमें सबसे प्रमुख नाम है सिंधिया समर्थक मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया का. शिवराज सरकार की कैबिनेट में महेंद्र सिंह पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री हैं और गुना जिले की बमौरी विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं और सामने कांग्रेस के ऋषि अग्रवाल हैं. चुनाव प्रचार के दौरान इनकी पत्नी को एक जगह ग्रामवासियों ने बैठने तक नहीं दिया था और खराब सड़क के लिए बहुत विरोध भी किया था. वहीं दूसरे मंत्री हैं सुरेश धाकड़ राठखेड़ा जो कि राज्य मंत्री हैं और क्षेत्र में इनको प्रचार के दौरान मतदाताओं के सामने वोट के लिए रोना तक पड़ा था. दोनों के लिए ही ये चुनाव बेहद कड़ा है.

ये भी पढ़ें: मध्य प्रदेश के इन जिलों के चुनाव परिणाम क्या बदल देंगे प्रदेश की सत्ता? जानिए ये है बड़ी वज़ह

इन मंत्रियों की भी हालत है पतली

पीएचई मंत्री बृजेंद्र सिंह यादव, कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त गौरीशंकर बिसेन, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया, संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर, स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार, कृषि मंत्री कमल पटेल और इनके अलावा रामकिशोर कांवरे, रामखेलावन पटेल, प्रेम सिंह पटेल जैसे मंत्रियों के लिए भी ये चुनाव बड़ी चुनौती साबित हुआ है.

इन मंत्रियों के जीतने के दावों पर कई तरह के किंतु-परंतु खड़े किए जा रहे हैं. तीन दिसंबर पर मध्यप्रदेश की जनता ही नहीं बल्कि इन मंत्रियों की भी नजर है, क्योंकि यदि ये नहीं जीते तो फिर बीजेपी में इनके लिए आगे की राह मुश्किल हो सकती है और अगर जीत गए तो ये बीजेपी के बाजीगर कहलाएंगे.

सबसे बड़ा सवाल डॉ.नरोत्तम मिश्रा का क्या होगा

इन मंत्रियों की लिस्ट में एक मंत्री का नाम और लिया जा रहा है और वह हैं मध्यप्रदेश के गृहमंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा. दतिया सीट पर इनके सामने हैं कांग्रेस के राजेंद्र भारती. दोनों के बीच पुरानी राजनीतिक अदावत है. डॉ.नरोत्तम मिश्रा पिछले चार चुनाव से लगातार जीत रहे हैं. लेकिन इस बार इनके सामने भी कांग्रेस के राजेंद्र भारती कड़ी चुनौती देते दिख रहे हैं. ग्राउंड से जो रिपोर्ट सामने आई हैं, उनके अनुसार दोनों के बीच मुकाबला बेहद दिलचस्प और नजदीकी हुआ है. देखना होगा कि तीन दिसंबर को इनमें से किसकी जीत की खबर सामने आती है और किसकी हार लोगों को चौंकाती है.

    follow google newsfollow whatsapp