MP Tak Podcast: अमित शाह ने कहा शिवराज से भी ज्यादा ऊर्जा के साथ एमपी चला रहे मोहन यादव, अब इस पर CM का आया रिएक्शन

MP Tak Podcast: मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार के दो साल पूरे होने पर CM मोहन यादव ने MP Tak के पॉडकास्ट में इंडिया टुडे समूह के Tak चैनल्स के मैनेजिंग एडिटर मिलिंद खांडेकर से बात की. इस दौरान सीएम मोहन यादव ने अमित शाह द्वारा उनकी तुलना पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से करने, इंडस्ट्रियल ग्रोथ और निवेश को और अपने अगले तीन सालों का रोडमैप को लेकर खुलकर प्रतिक्रिया दी.

CM मोहन यादव ने MP Tak से की खास बातचीत.
CM मोहन यादव ने MP Tak से की खास बातचीत.

न्यूज तक डेस्क

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CM Mohan Yadav Interview: मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश के अंदर बीजेपी सरकार ने अपने दो साल पूरे कर लिए हैं. इस अवसर पर इंडिया टुडे समूह के Tak चैनल्स के मैनेजिंग एडिटर मिलिंद खांडेकर ने CM मोहन यादव से MP Tak के पॉडकास्ट में खास बातचीत की है. इस चर्चा के दौरान सीएम मोहन ने न केवल पिछले दो वर्षों की उपलब्धियों का लेखा-जोखा पेश किया बल्कि आने वाले तीन वर्षों के लिए मध्य प्रदेश के विकास का एक ठोस रोडमैप भी सामने रखा. पॉडकास्ट में सबसे दिलचस्प मोड़ तब सामने आया जब मुख्यमंत्री मोहन से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा उनकी तुलना पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से किए जाने पर सवाल पूछा गया. इस पर सीएम मोहन यादव ने बड़े ही विनम्र और रोचक अंदाज में अपनी प्रतिक्रिया दी. खबर में आगे विस्तार से पढ़ें सीएम मोहन यादव ने क्या-क्या कहा है?

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अमित शाह ने की तारीफ को सीएम मोहन ने ये कहा

ग्वालियर के एक कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम मोहन यादव के काम करने के तरीके को सराहा था. गृह मंत्री शाह ने सार्वजनिक मंच से कहा था कि 'मोहन यादव पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी ज्यादा ऊर्जा के साथ मध्य प्रदेश को आगे ले जा रहे हैं.' जब इस पर सीएम से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, "गृहमंत्री जी ने बड़े स्नेह के साथ हमें आशीर्वाद दिया. हमारी सरकार के बनने के समय से प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और जे पी नड्डा जी सभी के आशीर्वाद के साथ हमने अपने राज्य के अंदर एग्रीकल्चर ग्रोथ रेट को अच्छा किया. लेकिन हमारे इंडस्ट्रियल ग्रोथ में काफी काम करने की गुंजाइश थी. इसलिए मंत्रिमंडल के बंटवारे के समय मैंने इंडस्ट्री मिनिस्टर का काम अपने पास रखा."

सीएम मोहन ने आगे कहा कि "हमने अपने सभी क्षेत्रों में इस पर काम चालू किया और एक बड़ा प्रयोग ये किया कि आम तौर पर जीआईएस यानी ग्लोबल इन्वेस्टर समिट इंदौर में होती थी. हमने कहा इंदौर हमारा बड़ा नगर है. वहां होना चाहिए, लेकिन हर छोटे-छोटे संभाग के अंदर भी इन्वेस्टर समिट होनी चाहिए. इस सुझाव पर काम करने का परिणाम ये निकला कि काफी बड़े पैमाने पर हमें नीचे से रिस्पॉन्स आया."

उन्होंने कहा, "हमने पिछली बार ग्लोबल इन्वेस्टर समिट फरवरी में भोपाल में की थी. प्रधानमंत्री ने इसका उद्घाटन किया और गृहमंत्री ने समापन किया. उस समय जो हमने एमओयू किए थे, जिनके माध्यम से लगभग साढ़े आठ लाख करोड़ का काम धरातल पर आया. इसमें साढ़े छह लाख करोड़ के काम चालू हो गए. दो लाख करोड़ के काम का उनके हाथों से हमने भूमि पूजन और लोकार्पण कराया, तो हाथ कंगन को आरसी क्या, पढ़े-लिखे को फारसी क्या जो कुछ है, सामने है." 

सीएम मोहन यादव ने कहा, "इसलिए हमने अपने नेता अमित शाह के सामने ये सारी बातें रखीं. उन्होंने न केवल अटल जी की जन्म जयंती के अवसर पर ग्वालियर के कार्यक्रम लिए हमें स्वीकृति दी, बल्कि आशीर्वाद भी दिया. आज मोदी जी के नेतृत्व में ये अच्छी बात है कि सारे राज्य स्वस्थ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं. एक-दूसरे के साथ हम देश को आगे बढ़ाने के लिए माननीय मोदी जी के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे आए हैं."

सीएम मोहन ने अपने बेटे की शादी को लेकर क्या कहा?

'हाल ही में आपने एक सामूहिक विवाह में अपने बेटे की शादी कार्रवाई. क्या आपके परिवार के लोग सामूहिक विवाह कार्यक्रम में बेटे की शादी करवाने के लिए मान गए थे?' इस सवाल का जवाब देते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा, "हम सबके लिए मोदी जी आदर्श हैं. वो अपने परिवार को कितना दूर रखते हैं. मैं ये मानकर चलता हूं कि जब कोई व्यक्ति जीवन में किसी बड़े पद पर आ जाता है, तो उसे और ज़्यादा ध्यान रखने की आवश्यकता होती है. वैसे मैं विद्यार्थी परिषद के समय से, जब सार्वजनिक जीवन और राजनीतिक जीवन में आया तब भी हमने कहा मौत-मैयत पर, शादी-ब्याह पर अनावश्यक दिखावा मत करो."

उन्होंने कहा, "ऐसी कई चीजों पर मैं थोड़ा स्पष्ट बोलता हूं. मेरे कई राजनीतिक मित्र कहते हैं कि ऐसा मत बोलो इससे आपको नुकसान होगा. मैंने कहा मुझे तो नुकसान नहीं होता जो बात सही है वो सही है. मेरा छोटा बेटा सर्जन है. इससे बड़ा वाला एडवोकेट है. उसका पिछले साल विवाह हुआ था वो भी पचास लोगों के साथ ही किया था. हमारे परिवार में एक तरह से ये स्वीकार भी करते हैं, बच्चे कि हां आपने ठीक सोचा है. मैं समझता हूं कि ये सबके लिए ठीक है."

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