सीएम मोहन यादव ने ताबड़तोड़ कर दिए अधिकारियों के तबादले, जानें किस अधिकारी को कहां भेजा

सीएम मोहन यादव के परिवार में बेटे की शादी की तैयारियां चल रही हैं तो वहीं सीएम मोहन यादव ने ऐसे वक्त में भी कोई छुट्‌टी नहीं ली है बल्कि बड़े-बड़े फैसले वे इस दौरान ले रहे हैं.

CM Mohan Yadav, cm mohan yadav in action, Ram Van Gaman Path, first meeting in chitrakoot, mp news, Mohan Yadav Big Plan, MP Govt, CM meeting, mp news, madhya pradesh news, cm mohan yadav, राम वन गमन पथ, एमपी न्यूज,
CM Mohan Yadav, cm mohan yadav in action, Ram Van Gaman Path, first meeting in chitrakoot, mp news, Mohan Yadav Big Plan, MP Govt, CM meeting, mp news, madhya pradesh news, cm mohan yadav, राम वन गमन पथ, एमपी न्यूज,

एमपी तक

24 Feb 2024 (अपडेटेड: 24 Feb 2024, 11:23 AM)

follow google news

CM Mohan Yadav: सीएम मोहन यादव के परिवार में बेटे की शादी की तैयारियां चल रही हैं तो वहीं सीएम मोहन यादव ने ऐसे वक्त में भी कोई छुट्‌टी नहीं ली है बल्कि बड़े-बड़े फैसले वे इस दौरान ले रहे हैं. सीएम मोहन यादव ने शनिवार को थोकबंद तरीके से 60 से अधिक अधिकारियों के तबादले कर दिए. इनमें सभी राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर हैं. कई डिप्टी कलेक्टर तो कई संयुक्त कलेक्टर और अपर कलेक्टरों के ट्रांसफर किए गए हैं. ताबड़तोड़ तरीके से किए गए इन तबादलों को लेकर विपक्षी कांग्रेस हमलावर है.

Read more!

पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि मोहन यादव के शासन में तबादला उद्योग चल रहा है. ये आरोप कभी बीजेपी कांग्रेस शासन पर लगाती थी लेकिन आज के वक्त में बड़े पैमाने पर ट्रांसफर फैक्ट्री मध्यप्रदेश में चल रही है, जिसकी वजह से हर दिन ही अधिकारियों के थोकबंद तबादले किए जा रहे हैं. पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने इस मामले में भ्रष्टाचार की संभावना जताई है.

लेकिन वहीं बीजेपी ने पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के आरोपों को सिरे से नकारा है और इसे रुटीन कार्रवाई बताया है. प्रशासनिक सूत्र बताते हैं कि इन तबादलों की मुख्य वजह है लोकसभा चुनाव. लोकसभा चुनाव से पहले सरकार ऐसे अधिकारियों को ट्रांसफर कर रही है जो तीन साल या इससे अधिक समय तक एक ही जगह पर पोस्टेड थे. इसलिए ऐसे अधिकारियों को एक जगह से दूसरी जगह पर ट्रांसफर किया जा रहा है.

आचार संहिता को देखते हुए हो रहे हैं ट्रांसफर

ऐसी संभावना जताई जा रही है कि 9 या 10 मार्च तक लोकसभा चुनावों के लिए आचार संहिता का ऐलान किया जा सकता है. ऐसे में मध्यप्रदेश सरकार चाहती है कि आचार संहिता के लगने से पहले तीन साल या इससे अधिक समय तक जमे अधिकारियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर या एक विभाग से दूसरे विभाग में ट्रांसफर कर दिया जाए. किस अधिकारी को कहां पर पोस्ट किया है, इसे देखने के लिए नीचे दी गई पूरी सूची देखें.

 

 

    follow google news