MP News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को डॉक्टरों को बड़ा तोहफा देने का ऐलान किया. अब मध्यप्रदेश के सरकारी डॉक्टरों को 1 जनवरी 2016 से 7वें वेतनमान का लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि सभी विभागों के डॉक्टर्स के 7वें वेतनमान के मूल वेतन में त्रुटि की शिकायत मिली है उसमें सुधार किया जाएगा. साथ ही सीएम शिवराज ने कहा- संविदा कर्मचारियों को भी सरकारी कर्मचारियों जैसे लाभ मिलेंगे. सीएम राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में इमरजेंसी मेडिसिन विभाग की नई बिल्डिंग का लोकार्पण करने पहुंचे थे. ये बिल्डिंग 727 करोड़ की लागत से तैयार की गई है और इसमें दो हजार बेड हैं. इसमें सभी तरह की आधुनिक सुविधाएं होंगी.
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सीएम शिवराज सिंह ने इसके साथ ही DACP का निराकरण करने की घोषणा की. उन्होंने कहा, “प्रदेश के सभी विभागों के डॉक्टर्स के 7वें वेतनमान में एनपीए की गणना की त्रुटियों का सुधार किया जाएगा. चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के संविदा चिकित्सकों को संविदा कर्मचारियों के समान लाभ दिए जाएंगे. स्वास्थ्य विभाग के मेडिकल ऑफिसर संवर्ग के समान ही चिकित्सा शिक्षा, श्रम और गृह विभाग के मेडिकल ऑफिसर्स को समान कार्य-समान वेतन प्रदान किया जाएगा. जूनियर डॉक्टर्स और मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए अनिवार्य ग्रामीण सेवा बॉन्ड के लिए सीट लिविंग बॉन्ड की राशि का युक्तियुक्तकरण किया जाएगा. ”
नर्सिंग होम को रेगुलर करने की व्यवस्था बनाएंगे: सीएम
सीएम शिवराज ने कहा- “शहर के नर्सिंग होम को रेगुलर करने की हम पूरी व्यवस्था बनाएंगे. आजीवन परिवर्तन शुल्क 15 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत किया जाएगा. पार्किंग और वार्षिक शुल्क नहीं लगेगा, 30 प्रतिशत कंपाउंडिंग की अनुमति भी दी जाएगी. सीएम ने गांधी मेडिकल कॉलेज में नए ओपीडी ब्लॉक का भूमि पूजन भी किया. सीएम के सामने नए अस्पताल का थ्री-डी प्रजेंटेशन भी दिया गया.
सीएम ने भोपाल गैस त्रासदी और कोरोना महामारी को याद किया
“भाेपाल गैस त्रासदी एवं कोरोना महामारी जैसी घटनाएं कभी भुलाई नहीं जा सकतीं. ऐसे कठिन समय में मध्यप्रदेश के सरकारी अस्पतालों में हुई सेवा अद्भुत, अद्वितीय एवं अतुलनीय है. इस मौके पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया, किसी भी आकस्मिक स्थिति के साथ हमीदिया अस्पताल में आने वाले मरीजों का पहले इलाज होगा. अन्य औपचारिकताएं बाद में की जाएंगी. इमरजेंसी मेडिसिन विभाग शुरू होने के साथ ही इस बात पर भी अध्ययन किया जाएगा कि मरीज को कितनी देर में इलाज की सुविधा मिल रही है.
चिकित्सा शिक्षा संचालनालय के अफसरों के मुताबिक, “हमीदिया अस्पताल में आने वाले मरीजों की जांच के लिए 11 मंजिला का नया ओपीडी ब्लॉक बनाया जाएगा. इस बिल्डिंग में अस्पताल के 24 से ज्यादा डिपार्टमेंट की ओपीडी होगी. खासियत ये होगी, इसमें अलग-अलग मरीजों को अलग-अलग बिल्डिंग में संचालित डिपार्टमेंट की ओपीडी में नहीं जाना पड़ेगा.”
उन्होंने आगे कहा- ‘हमीदिया अस्पताल में श्वास रोगियों के लिए रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ रेस्पिरेटरी डिसीज (RIRD) और हड्डी संबंधी बीमारियों के मरीजों के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर ऑर्थोपेडिक्स (COEO) बनेगा. 161 करोड़ की लागत से 3 स्पेशिलिटी यूनिट भी बनाई जाएगी.’
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