मंत्री ऊषा ठाकुर को जिस नेता ने दी थी कड़ी चुनौती, कांग्रेस ने उसका ही टिकट काट दिया

MP Election 2023: मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस की पहली सूची जारी होने के बाद शुरू हुआ बगावत का दौर अभी खत्म भी नहीं हुआ था, कि अब दूसरी सूची आने के बाद बगावत का एक दौर फिर शुरू हो सकता है. इसके संकेत इंदौर जिले की महू विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित […]

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धर्मेंद्र कुमार शर्मा

20 Oct 2023 (अपडेटेड: 20 Oct 2023, 07:09 AM)

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MP Election 2023: मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस की पहली सूची जारी होने के बाद शुरू हुआ बगावत का दौर अभी खत्म भी नहीं हुआ था, कि अब दूसरी सूची आने के बाद बगावत का एक दौर फिर शुरू हो सकता है. इसके संकेत इंदौर जिले की महू विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित होने के बाद से ही मिलने शुरू हो गए हैं.

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महू सीट से प्रत्याशी घोषित होने के बाद अंतरसिंह दरबार के घर कार्यकर्ताओं का भारी जमावड़ा साफ तौर पर देखा जा रहा है, यहां से अंतरसिंह दरबार की टिकट लगभग तय मानी जा रही थी, लेकिन उनकी जगह पार्टी ने रामकिशोर शुक्ला को अपना प्रत्याशी बनाया है.

कांग्रेस से खड़े हुए रामकिशोर शुक्ला के टिकट का विरोध करते हुए सभी कार्यकर्ता अंतर सिंह दरबार के घर इकट्ठे हुए हैं. इसके पहले अंतर सिंह दरबार ने एक वीडियो जारी कर घोषित प्रत्याशी पर कई आरोप लगाए हैं.

क्या बोले अंतर सिंह दरबार?

अंतर सिंह दरबार ने कांग्रेस द्वारा घोषित रामकिशोर शुक्ला को लेकर कहा ” ये आदमी सत्ता के लिए कुछ भी कर सकता है. 2002 में मध्यप्रदेश से कांग्रेस की सत्ता जाते ही इन्होंने भी कांग्रेस को अलविदा कहकर बीजेपी का दामन थाम लिया था, और ठीक वैसा ही किया इस बार सत्ता आने के एक महीने पहले ही कांग्रेस ज्वाइन किया और पार्टी ने उन्हें मौका दे दिया” ये मूलकार्यकर्ता की अवहेलना है.

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अंतर सिंह दरबार की माने तो वे निर्दलीय चुनावी मैदान में उतर सकते हैं. इसके पहले वे अपने कार्यकर्ताओं के साथ शक्ति प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं.

कैसा रहा महू का इतिहास?

पिछले विधानसभा चुनाव की बात करें तो 2018 के चुनाव में महू से 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे. लेकिन यहां हमेशाा से मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही रहा है. उस समय भाजपा की उषा ठाकुर को 97,009 तो कांग्रेस के अंतर सिंह दरबार को 89,852 मत मिले थे. हालाकि अंतर सिंह दरबार की हार का अंतर कुछ ज्यादा नहीं था. ऐसा माना जा रहा था कि यहां से ऊषा ठाकुर को कड़ी टक्कर देने वाले अंतर सिंह को कांग्रेस एक बार फिर मौका दे सकती है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

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