Guna Bus Accident: गुना बस एक्सीडेंट के बाद अब इस हादसे को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह घटना में घायल हुए लोगों से मिलने पहुंचे और इस दौरान उन्होंने परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर होने और बीजेपी द्वारा उसे शह देने के आरोप लगाए. जयवर्द्धन सिंह ने अस्पताल पहुंचकर भीषण हादसे पर अफ़सोस भी जताया.
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जयवर्द्धन सिंह ने परिवहन विभाग पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि परिवहन विभाग में सिर्फ लेन देन का काम होता है. परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है. सड़कों पर बिना परमिट बिना फिटनेस और बिना लाइसेंस के लाखों बसें दौड़ रही हैं. बस में यात्रा करने वाले यात्रियों की जान को खतरा बना रहता है. ऐसे लोगों के खिलाफ शासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. शासन को परिवहन विभाग की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करते हुए कार्रवाई करनी चाहिए.
जयवर्द्धन ने मृतक और घायलों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता पर सवाल खड़े किए. जयवर्द्धन सिंह ने कहा कि आर्थिक सहायता पर्याप्त नहीं है. मुआवजा राशि को बढ़ाना चाहिए जिससे पीड़ितों की मदद हो सके. बस में ज्यादातर वे लोग थे जो आरोन के निवासी हैं. आरोन तहसील राघोगढ़ विधानसभा का हिस्सा है. जयवर्द्धन ने कांग्रेस के अन्य विधायकों के साथ मिलकर मदद का भरोसा दिया है. जयवर्द्धन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार से मांग करेंगे कि राहत राशि में इजाफा किया जाए.
लक्ष्मण सिंह ने भी की थी मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग
जयवर्द्धन सिंह के चाचा लक्ष्मण सिंह ने भी मुआवजा राशि बढाकर 10-10 लाख रुपये करने की मांग की है. दोषियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए लक्ष्मण सिंह ने कहा है कि बस मालिक और डंपर मालिक पर जवाबदारी तय होना चाहिए. इसके साथ लक्ष्मण सिंह ने कहा था कि ऐसे हादसे रोकने के लिए जरूरी है कि परिवहन, नगर पालिका, ट्रैफिक पुलिस सभी मिलकर ठीक से काम करें ताकि अनफिट वाहन सड़कों पर दौड़े नहीं.
तभी इस तरह के हादसों को रोका जा सकता है. आपको बता दें कि इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो चुकी है और 17 लोग घायल हैं और 13 ही लोग अभी तक लापता हैं, यानी कई शव ऐसे हैं, जिनकी अब तक पहचान नहीं हो सकी है.
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