दीपक जोशी ने की कांग्रेस ज्वाइन, कांग्रेस कार्यालय में लगे कैलाश जोशी जिंदाबाद के नारे

Mp News: भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक एवं पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के पुत्र पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने आखिरकार कांग्रेस ज्वॉइन कर ही ली. शनिवार को वे भोपाल पहुंचे. हाथों में अपने पिता स्व. कैलाश जोशी की तस्वीर लेकर पैदल मार्च निकालते हुए कांग्रेस कार्यालय पहुंचे. इस दौरान उनके समर्थकों द्वारा कैलाश जोशी जिंदाबाद […]

Deepak Joshi joins Congress, slogans of Kailash Joshi Zindabad raised in Congress office
Deepak Joshi joins Congress, slogans of Kailash Joshi Zindabad raised in Congress office

इज़हार हसन खान

06 May 2023 (अपडेटेड: 06 May 2023, 12:46 PM)

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Mp News: भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक एवं पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के पुत्र पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने आखिरकार कांग्रेस ज्वॉइन कर ही ली. शनिवार को वे भोपाल पहुंचे. हाथों में अपने पिता स्व. कैलाश जोशी की तस्वीर लेकर पैदल मार्च निकालते हुए कांग्रेस कार्यालय पहुंचे. इस दौरान उनके समर्थकों द्वारा कैलाश जोशी जिंदाबाद और दीपक जोशी जिंदाबाद के नारे जमकर लगाए गए. पीसीसी कार्यालय में खुद कमलनाथ ने दीपक जोशी का माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर पार्टी में स्वागत किया. इस दौरान स्व. कैलाश जोशी की तस्वीर को भी कमलनाथ माला पहनाते नजर आए. दीपक जोशी के साथ ही दतिया से आने वाले पूर्व विधायक राधेलाल बघेल को भी कमलनाथ ने कांग्रेस की सदस्यता दिलाई.

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भारतीय जनता पार्टी के सीनियर नेता और राजनीति के संत कहलाने वाले कैलाश जोशी के पुत्र और पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली है. आज वे भोपाल पहुंचे और शिवाजी चोक स्थित झरनेश्वर मंदिर में पूजा की और वहीं से लगभग 500 मीटर पैदल चलकर पीसीसी कार्यालय पहुंचे. इस दौरान वो अपने हाथ में अपने पिता की तस्वीर लिए हुए थे. पीसीसी पहुंचने पर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सदस्यता दिलाई साथ ही मिठाई खिलाकर मुह मीठा कराया. इसके साथ ही कमलनाथ नर कैलाश जोशी की तस्वीर को माला पहनाई.

शिवराज ने नहीं कमलनाथ ने दी पिता का स्मारक बनाने जमीन
दीपक जोशी ने चर्चा में कहा- मेरे पिता मुख्यमंत्री रहे, भोपाल से सांसद रहे. वहां से वोटर रहे, उनके नाम पर कुछ नहीं है. उनका स्मारक बनाने की मांग की, तो कमलनाथ जी ने पूछा- बताइए कहां जमीन चाहिए और कितनी चाहिए. हाटपिपलिया में तीन महीने में जमीन का आवंटन कर दिया. शिवराज जी को 30 महीने स्मारक की स्वीकृति देने में लग गए.

राधेलाल बघेल ने थामा कांग्रेस का दामन
राधेलाल बघेल ने अपने चुनावी राजनीति की शुरुआत बहुजन समाज पार्टी से की थी. 2008 में वे सेवड़ा विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव जीते थे. हालांकि 2013 में वे बीजेपी के प्रदीप अग्रवाल से चुनाव हार गए. चुनाव हारने के बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया. 2018 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने मौजूदा विधायक का टिकट काटकर राधेलाल बघेल को मैदान में उतारा था, लेकिन राधेलाल जीत नहीं पाए थे.

भाजपा में भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा
मेरे पिता ने मुझे सिखाया है कि हमारे पास यदि कुछ नहीं हो तो हम जमीन को बिछोना कर लें और धरती को आकाश मान लें, और इसी के साथ मैं जीता रहा हूं. उन्होंने आगे कहा कि आज भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा हो गई. पार्टी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ऐश्वर्य और सुख के साधन जुटाए जा रहे हैं. पार्टी अपनी लाइन से बहुत बुरी तरह भटकी हुई है. मैं लगातार जिम्मेदारों को आगाह करता रहा,लेकिन जिम्मेदारों को सुनाई नहीं दे रहा था.  अब हम ईमानदारी को संजोने की राह पर निकल पड़े है.

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