बीजेपी के बागी वीरेंद्र रघुवंशी का क्यों कटा टिकट, दिग्विजय सिंह ने कर दिया बड़ा खुलासा

MP Election 2023: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 88 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी, इसके साथ ही उन्होंने एक सीट छोड़कर लगभग सभी 229 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया. लेकिन सबसे ज्यादा हैरानी शिवपुरी विधानसभा सीट को लेकर हुई, जब बीजेपी से बगावत कर कांग्रेस में आए वीरेंद्र रघुवंशी […]

BJP rebel Virendra Raghuvanshi Digvijay Singh inside story mp elections 2023

BJP rebel Virendra Raghuvanshi Digvijay Singh inside story mp elections 2023

एमपी तक

23 Oct 2023 (अपडेटेड: 23 Oct 2023, 01:35 PM)

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MP Election 2023: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 88 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी, इसके साथ ही उन्होंने एक सीट छोड़कर लगभग सभी 229 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया. लेकिन सबसे ज्यादा हैरानी शिवपुरी विधानसभा सीट को लेकर हुई, जब बीजेपी से बगावत कर कांग्रेस में आए वीरेंद्र रघुवंशी उम्मीद लगाए बैठे थे, लेकिन उनकी झोली खाली रही. हालांकि यह माना जा रहा था कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की ‘कपड़ा फाड़’ लड़ाई के बाद शिवपुरी विधानसभा सीट पर घोषित उम्मीदवार केपी सिह का नाम बदलकर वीरेंद्र रघुवंशी को टिकट दिया जाएगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब दिग्विजय सिंह ने खुद खुलासा करते हुए वीरेंद्र रघुवंशी को टिकट क्याें नहीं मिला, इसकी इनसाइड स्टोरी सुनाई है..

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दिग्विजय सिंह ने बताया कि कमलनाथ जी, मैं और वीरेंद्र रघुवंशी बैठे थे, हमने वीरेंद्र से कहा- “तुम कांग्रेस में आ जाओ, तुम्हें शिवपुरी से टिकट दिला देंगे. लेकिन बाद में शिवपुरी से सिंधिया जी के खिलाफ खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए केपी सिंह को शिवपुरी लाया गया.’ दिग्विजय ने कहा- ‘मैं तो बधाई देता हूं केपी सिंह हिम्मत को कि उन्होंने अपनी पिछोर सीट छोड़कर शिवपुरी से लड़ने आए. केपी ने हमसे कहा- मैं सिंधिया जी हों या यशोधरा मैं लडूंगा चुनाव और उन्हें हराऊंगा. इसलिए उन्हाेंने पिछोर सीट छोड़ दी है.”

दिग्विजय सिंह ने आगे कहा- ‘वीरेंद्र का दुखी होना जायज है, वह मेरे पास था, हम लोग उसके लिए कोई न कोई रास्ता निकालेंगे. केपी सिंह मेरा प्रिय रहा है, जब वह स्टूडेंट लीडर था, तब मैं पीसीसी चीफ था, केपी मेरा अच्छा मित्र है, केपी की उस इलाके में धाक है.”

सिधिंया से अनबन के कारण पहले भी छोड़ी थी पार्टी

वीरेंद्र रघुवंशी एक समय पर सिधिंया समर्थक माने जाते थे. 2007 में वे कोलारस विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीते भी थे, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया से अनबन के बाद उन्होंने BJP ज्वाइन कर ली थी. साल 2018 विधानसभा चुनाव में BJP ने वीरेंद्र को टिकट दिया और वीरेंद्र रघुवंशी दो बार से बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतते आ रहे हैं.

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पिछले दो चुनाव किसके पक्ष में रहे?

2018 के विधानसभा चुनावों में शिवपुरी की कोलारस विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वीरेंद्र रघुवंशी और कांग्रेस के महेंद्र सिंह के बीच बीच मुकाबला था. लेकिन बीजेपी यहां जीत दर्ज करने में सफल हुई. बीजेपी के वीरेंद्र रघुवंशी को 72450 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के महेंद्र सिंह को 71730 वोट मिले हैं. 2013 के चुनाव में यहां से कांग्रेस के रामसिंह यादव जीते थे. बीजेपी के देवेंद्र कुमार दूसरे स्थान पर थे. राम सिंह यादव को जहां 73942 वोट मिले थे तो वहीं देवेंद्र कुमार को 48989 वोट मिले थे. यानी रामसिंह यादव ने करीब 25 हजार वोटों से देवेंद्र कुमार को हराया था.

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