दिग्विजय सिंह ने बताया कि आखिर क्यों ज्योतिरादित्य सिंधिया उनका हाथ पकड़कर उन्हे मंच पर लेकर गए थे?

भोपाल में एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को मंच पर लेकर जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. अब इस वायरल वीडियो की कहानी बताते हुए दिग्विजय सिंह ने कुछ ऐसा कहा है कि उनके इस बयान की खूब चर्चा हो रही है.

NewsTak

न्यूज तक

• 03:27 PM • 12 Aug 2025

follow google news

मध्य प्रदेश की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच अक्सर तनातनी देखने को मिलती है. लेकिन हाल ही में भोपाल में एक कार्यक्रम के दौरान एक अलग ही तस्वीर सामने आई, जिसने सबको चौंका दिया था. इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ हुआ था. इसे लेकर अब दिग्विजय सिंह ने इसके पीछे की कहानी बताई है.

Read more!

दरअसल, भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम में ज्योतिरादित्य सिंधिया बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे. वे जब मंच पर पहुंचे तो उन्होंने मंच के सामने की पहली पंक्ति में बैठे हुए दिग्विजय सिंह को देखा. ऐसे में वे दिग्विजय सिंह से पास पहुंचे और उन्हें अपने साथ लेकर मंच पर ले आए. इसे बाद अब पत्रकारों से बातचीत करते हुए दिग्विजय सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में कुछ ऐसा कहा कि उनका ये बयान भी वायरल हो रहा है.

"वो कांग्रेस क्यों छोड़ के चले गए वो..."

ग्वालियर में पत्रकारों से बात करते हुए दिग्विजय सिंह ने इस घटना पर खुलकर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, "सिंधिया जी तो मेरे पुत्र समान हैं." उन्होंने बताया कि वे माधवराव सिंधिया के साथ काम कर चुके हैं और माधवराव सिंधिया को वे ही कांग्रेस में लाए थे. दिग्विजय ने कहा कि नेहरू-गांधी परिवार ने माधवराव सिंधिया को बहुत सम्मान दिया और काम करने का अवसर दिया. इसी तरह ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी पूरा सम्मान मिला. उन्हें केंद्र में मंत्री बनाया गया और पार्टी में भी जगह दी गई. दिग्विजय सिंह ने सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने को लेकर कहा कि "वो क्यों छोड़ के चले गए वो जानें".

मंच पर बैठने को लेकर क्या सफाई दी?

दिग्विजय सिंह ने कहा कि कार्यक्रम में सिंधिया जी मुख्य अतिथि थे तो वे ऊपर बैठे और मैं मंच नीचे बैठा. वे आए मुझे मंच पर ले गए. दिग्विजय ने कहा कि इसके बाद नई बात चालू कर दी कि दिग्विजय ने तो मंच पर नहीं बैठने की कसम खाई थी. इस पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि कहा, "कांग्रेस के मंच पर मैं इसलिए नहीं बैठना चाहता क्योंकि वहां अक्सर मंच पर कौन बैठेगा, इसको लेकर विवाद हो जाता है." इसलिए वे कार्यकर्ताओं के साथ नीचे बैठना पसंद करते हैं. उन्होंने बताया कि यह उनकी कोई नई परंपरा नहीं है. राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद भी यह देखने को मिला था. दिग्विजय सिंह के अनुसार, यह परंपरा कांग्रेस पार्टी में पहले से रही है.

फिर कयासों का दौर हुआ शुरू 

बता दें कि दोनों दिग्गज नेताओं के बीच हमेशा से जो आरोप प्रत्यारोप की राजनीति होती है. लेकिन इससे इतर अब पिछले दिनों एक अलग तस्वीर देखने को मिली. इससे दोनों नेताओं के बीच हुई इस मुलाकात से मध्य प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर कयासों का दौर शुरू कर दिया है.

यहां देखें दिग्विजय सिंह का वायरल वीडियो

 

    follow google news