जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज ने 3 दिन उपवास के बाद देह त्यागी, पूर्व सीएम शिवराज ने दुख जताया

जैन संत आचार्य विद्यासागर महाराज का निधन हो गया है. उन्होंने छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरी तीर्थ में संलेखना यानी उपवास के जरिए समाधि में चले जाना किया है. उन्होंने 3 दिन उपवास रखने के बाद अपनी देह त्याग दी.

Jain Muni Acharya Vidyasagar Maharaj, Santhara, MP News
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एमपी तक

18 Feb 2024 (अपडेटेड: 18 Feb 2024, 04:26 AM)

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MP News: जैन संत आचार्य विद्यासागर महाराज का निधन हो गया है. उन्होंने छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरी तीर्थ में संलेखना यानी उपवास के जरिए समाधि में चले जाना किया है. उन्होंने 3 दिन उपवास रखने के बाद अपनी देह त्याग दी. उनके निधन के बाद लगातार मंत्री, मुख्यमंत्रियों के संदेश आना शुरू हो गए हैं. इसमें छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हैं.

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छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा है कि “विश्व वंदनीय, राष्ट्र संत आचार्य श्री विद्यासागर महामुनिराज जी के डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरी तीर्थ में सल्लेखना पूर्वक समाधि का समाचार प्राप्त हुआ. छत्तीसगढ़ सहित देश-दुनिया को अपने ओजस्वी ज्ञान से पल्लवित करने वाले आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज को देश व समाज के लिए किए गए उल्लेखनीय कार्य, उनके त्याग और तपस्या के लिए युगों-युगों तक स्मरण किया जाएगा. आध्यात्मिक चेतना के पुंज आचार्य श्री विद्यासागर जी के श्रीचरणों में कोटि-कोटि नमन”.

वहीं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिखा है कि “राष्ट्र संत आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का स्माधिपूर्वक निधन का समाचार सम्पूर्ण जगत को स्तब्ध और निशब्द करने वाला है. मेरे जीवन में आचार्य श्री का गहरा प्रभाव रहा, उनके जीवन का अधिकतर समय मध्यप्रदेश की भूमि में गुजरा और उनका मुझे भरपूर आशीर्वाद मिला. आचार्य श्री के सामने आते ही हृदय प्रेरणा से भर उठता था. उनका आशीर्वाद असीम शांति और अनंत ऊर्जा प्रदान करता था. उनका जीवन त्याग और प्रेम का उदाहरण है आचार्य श्री जीते जागते परमात्मा थे. उनका भौतिक शरीर हमारे बीच ना हो लेकिन गुरु के रूप में उनकी दिव्य उपस्थिति सदैव आस पास रहेगी. आचार्य श्री शीघ्र ही परमपद सिद्धत्व को प्राप्त हों. गुरुवर के चरणों मे शत शत नमन नमोस्तु भगवन!”

जैन मुनि का मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ से रहा है विशेष नाता

जैन संत आचार्य विद्यासागर महाराज के मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर अनुयायी हैं. वे अक्सर दोनों राज्यों में विहार करते थे. मध्यप्रदेश सरकार ने हमेंशा ही उनको राज्य अतिथि का दर्जा दिया है. बीजेपी के लगभग सभी बड़े नेता अक्सर उनकी धर्म सभा में उनके दर्शन और अशीर्वाद के लिए जाते थे. मध्यप्रदेश के जैन समाज में उनके निधन की सूचना मिलने के बाद शोक का माहौल है.

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