Jagdeep Dhankhar VS Jaya Bachchan in Rajya Sabha: राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ और जया बच्चन के बीच नोकझोंक बढ़ती है जा रही है, शुक्रवार को तो सभापति ने जया बच्चन की एक बात पर भड़क गए और जमकर सुना दिया. उन्होंने कहा- "आपने बहुत नाम कमाया है. आप जानती हैं कि एक एक्टर डायरेक्टर अधीन होता है. लेकिन हर दिन मैं खुद को दोहराना नहीं चाहता." असल में, जया बच्चन ने उनकी टोन को लेकर सवाल कर दिया.
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वहीं, राज्यसभा में विपक्ष ने सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अनुच्छेद 67 के तहत महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी शुरू कर दी है. शुक्रवार को समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने सभापति की टोन पर सवाल उठाए. इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने 'दादागीरी नहीं चलेगी' के नारे लगाते हुए वॉकआउट कर दिया.
विपक्ष कर रहा महाभियोग की तैयारी
राज्यसभा में विपक्ष के आचरण को अमर्यादित बताते हुए निंदा प्रस्ताव भी पारित हुआ और कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई. अनुच्छेद 67 (बी) के अनुसार, उपराष्ट्रपति को राज्यसभा के सभी तत्कालीन सदस्यों के बहुमत द्वारा पारित और लोकसभा द्वारा सहमत एक प्रस्ताव द्वारा हटाया जा सकता है. इसके लिए 14 दिन का नोटिस दिया जाना चाहिए.
विवाद तब शुरू हुआ जब शून्यकाल की कार्यवाही पूरी होने के बाद प्रश्नकाल से पहले विपक्ष ने मल्लिकार्जुन खड़गे को लेकर घनश्याम तिवारी की टिप्पणी का मुद्दा उठाया. सभापति धनखड़ ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे और घनश्याम तिवाड़ी, दोनों उनके चैंबर में आए थे और किसी भी बात को आपत्तिजनक नहीं पाया गया. जयराम रमेश ने माफी की मांग की, जिस पर सभापति ने कहा कि प्रशंसा के लिए कोई माफी नहीं मांगता. प्रमोद तिवारी ने कहा कि जो शब्द कहे गए थे, वे विपक्ष के नेता के लिए ठीक नहीं थे. जयराम रमेश ने परिवारवाद का आरोप लगाया.
सभापति ने जयराम रमेश को नेम करने की चेतावनी दी, जिस पर अजय माकन ने विरोध किया. जया बच्चन ने सभापति की टोन पर सवाल उठाए, जिस पर सभापति ने कहा कि हर रोज आपकी स्कूलिंग करना नहीं चाहता.
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'जया अमिताभ बच्चन' की वजह से शुरू हुआ विवाद
जया बच्चन ने राज्यसभा में अपने नाम के साथ उन्होंने संसद में महिलाओं का मान बढ़ाने वाला बड़ा बयान दिया है, जिसके बाद हर तरफ उनकी चर्चा हो रही है. राज्यसभा में बजट पर चर्चा में के दौरान सांसद जया बच्चन ने कहा कि 'ये कुछ नया तरीका निकला है कि महिलाएं अपने पति के नाम से जानी जाएंगी. उनका कोई अस्तित्व नहीं है. उनकी अपनी कोई उपलब्धि नहीं है.' उन्होंने संसद में जिस तरह की प्रतिक्रिया दी, उसके बाद नाम और महिलाओं की पहचान पर चर्चा शुरू हो गई है.
जया बच्चन ने पति अमिताभ को लेकर संसद में क्या कहा?
बीते सोमवार को सभापति के संबोधन के बीच में ही जया बच्चन ने टोका. जया बच्चन ने कहा, ‘नो सर, आई एएम वेरी प्राउड. मुझे अपने नाम पर बहुत गर्व है. मुझे अपने पति और उनकी उपलब्धि पर काफी गर्व है. उनके नाम का मतलब है कि ऐसी आभा जो मिट नहीं सकती. मैं बहुत खुश हूं.’ इसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने जया बच्चन को टोका और सीट पर बैठने को कहा. इस पर जया बच्चन ने कहा- डोंट वरी. यह ड्रामा आप लोगों नया शुरू किया. पहले नहीं था.’
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