बादल भोई बलिदान दिवस पर बोले कमलनाथ, ‘MP में आदिवासियों पर सबसे ज्यादा हुए अत्याचार’

Chhindwara news: जल जंगल और जमीन के लिए अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जंग छेड़ने वाले महान आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बादल भोई के बलिदान दिवस पर छिंदवाड़ा में कार्यक्रम का आयोजन हुआ. छिंदवाड़ा की माटी के इस सपूत को याद करते हुए मंगलवार को जिला कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ठ द्वारा शहर के दशहरा ग्राउंड मे बादल भोई […]

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पवन शर्मा

• 09:46 AM • 22 Feb 2023

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Chhindwara news: जल जंगल और जमीन के लिए अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जंग छेड़ने वाले महान आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बादल भोई के बलिदान दिवस पर छिंदवाड़ा में कार्यक्रम का आयोजन हुआ. छिंदवाड़ा की माटी के इस सपूत को याद करते हुए मंगलवार को जिला कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ठ द्वारा शहर के दशहरा ग्राउंड मे बादल भोई बलिदान दिवस का आयाेजन किया गया. कार्यक्रम में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि आदिवासियों पर सबसे अधिक अत्याचार मध्यप्रदेश में हुए हैं.

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दरअसल मंगलवार को स्थानीय दशहरा मेदान में आयोजित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बादल भोई के बलिदान दिवस पर कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ठ ने यह कार्यक्रम आयोजित किया था. इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ भी शामिल हुए. कार्यक्रम में आदिवासी सभ्यता,संस्कृति और परिधानों की झलक देखने को मिली,आदिवासी राजाओं की वीरगाथाओं का मंचन भी किया गया.

कमलनाथ बोले- देश में आदिवासी समाज पर सबसे ज्यादा अत्याचार मप्र में
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जय सेवा, जय जुहार के साथ अपना उदबोधन प्रारम्भ किया. उन्होंने कहा हमारा छिंदवाड़ा और हम सभी बड़े सौभाग्यशाली है कि बादल भोई का जन्म छिंदवाड़ा में हुआ, लेकिन आज उनके बलिदान दिवस पर यह सोचने की जरूरत है कि वे कैसा भारत चाहते थे, उनका सपना था कि देश न्याय और संविधान से चले, लेकिन आज धर्म और जाति को आधार बनाया जा रहा है.आदिवासी समाज पर सबसे ज्यादा अत्याचार मप्र में हो रहे हैं. आज आवश्यकता है कि युवा पीढ़ी को सच्चाई का साथ देना होगा, क्योंकि संविधान अगर गलत हाथों में होगा तो हमारे प्रदेश और जिले का भविष्य कैसे सुरक्षित रहेगा.

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जननायकों की वीरगाथाओं का मंचन
इस कार्यक्रम में सभ्यता,संस्कृति और आदिवासी परिधानों की झलक देखने को मिली. आदिवासी राजाओं की वीरगाथा,सभ्यता और संस्कृति से जुड़े एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई. आदिवासी संगीत की मधुर धुन पर नन्हें और युवा कलाकारों ने अपनी पारंपरिक वेशभूषा में रैम्प पर वाक किया. युवाओं की टोली ने अपने वाद यंत्रों की थाप पर शैला नृत्य की प्रस्तुति देकर उपस्थित हजारों दर्शकों को दांतों तले उंगलियां दबाने को मजबूर कर दिया. नन्हीं कलाकर दीपिका वाडिवा की प्रस्तुति को कमलनाथ ने खूब सराहा और नकद 11 हजार रुपए के पुरस्कार देते हुए उसकी पढ़ाई का सारा खर्च स्वंय देने का ऐलान भी किया.

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कांग्रेस की सरकार बनते ही होगा भव्य आदिवासी भवन का निर्माण
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनते ही छिंदवाड़ा में एक भव्य आदिवासी भवन का निर्माण किया जाएगा. साथ ही खजरी रोड स्थित ब्रिज का नामकरण शहीद बिरसा मुंडा जी के नाम पर होगा. जिले के सांसद नकुलनाथ ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में श्री बादल भोई का अविस्मरणीय योगदान रहा है, आगे कहा कि ये सामाजिक कार्यक्रम का मंच है इसीलिए ज्यादा राजनीतिक बात नहीं करना चाहता, किन्तु आदिवासी भाइयों के अधिकार, उनकी जमीनों को सुरक्षित रखने का ऐतिहासिक निर्णय केवल कांग्रेस ने लिया है. हमारे आदिवासी भाइयों और बहनों का अधिकार केवल कांग्रेस की वजह से सुरक्षित है.

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