Ratlam News: रतलाम में नाबालिग छात्रा से हुए दुष्कर्म के मामले से लोगों में भारी आक्रोश है. इसी बीच पीड़िता से मिलने के लिए कांग्रेस विधायक कमलेश्वर पटेल पहुंचे. रीवा विधायक के पहुंचते ही मामला गरमा गया. अस्पताल के प्रबंधन ने विधायक को पीड़िता से मिलने की इजाजत नहीं दी. इसके बाद विधायक और कलेक्टर के बीच तीखी बहस हो गई. विवाद के विधायक कमलेश्वर पटेल ने कलेक्टर को चेतावनी देते हुए यहां तक कह डाला कि जिंदगी में कभी कलेक्टरी नहीं मिलेगी.
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विधायक पटेल रतलाम आये तो कांग्रेस पर्यवेक्षक बनकर थे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठकें लेने थे. दिनभर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक लेने के बाद शाम को विधायक कमलेश्वर पटेल पहुंच गए. रतलाम के डॉ लक्ष्मीनारायण पांडेय मेडिकल कॉलेज के हॉस्पिटल में भर्ती दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग बालिका से मिलने के लिए . हॉस्पिटल में बालिका से तो हॉस्पिटल प्रबन्धन ने नहीं मिलने दिया, लेकिन विधायक पटेल ने बालिका के परिजनों से मिलकर हालचाल जाने.
धरने पर बैठे विधायक
विधायक पटेल ने परिजनों से हॉस्पिटल में मिल रही सुविधा के बारे में जानकारी ली. परिजनों ने बताया कि भोजन नहीं मिल रहा और ना ही अभी तक सरकार की ओर से कोई आर्थिक सहायता मिली है. इसके बाद विधायक पटेल ने कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी को फोन लगाकर बात की. विधायक पटेल और कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी की बातों ही बातों में तीखी तकरार हो गई. बस फिर क्या था विधायक पटेल हो गए नाराज और बैठ गए मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के गेट नंबर 2 के बाहर जमीन पर धरने पर. विधायक पटेल के साथ आये कांग्रेस कार्यकर्ता भी बैठ गए. कांग्रेस विधायक पटेल के मेडिकल कॉलेज में धरने पर बैठने की सूचना पर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता कॉलेज पहुंच गए.
मांग पर अड़े रहे कांग्रेस कार्यकर्ता
रीवा विधायक के धरने पर बैठने की खबर सुनकर जिले के दो कांग्रेस विधायक सैलाना के हर्षविजय गहलोत ओर आलोट के मनोज चावला भी आ गए. धरने पर बैठने की सूचना मिलने पर जिला प्रशासन के अधिकारी एसडीएम सहित अन्य अधिकारी पहुंचे. विधायक पटेल से चर्चा की लेकिन वह अपनी मांग कि बालिका को तत्काल सहायता राशि दी जाए और कलेक्टर आकर यहां मिले पर अड़े रहे. शाम से रात हुई. कांग्रेस विधायक का धरना जारी रहा. इधर अधिकारी भी धरना समाप्त करने के लिए स्थानीय कांग्रेस नेताओं से चर्चा करते रहे लेकिन बात नहीं बनी. रात को भी कांग्रेस विधायकगण मेडिकल कालेज परिसर में धरना स्थल पर ही सो गए. कांग्रेस विधायक के धरने पर बैठने के बाद कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने भी विधायक पटेल से बात की लेकिन विधायक जी नहीं माने.
कलेक्टर से हुई तीखी बहस
विधायक कमलेश्वर पटेल ने फोन लगाकर कलेक्टर से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि “प्रावधान बहुत सारा है संवैधानिक व्यवस्था में है. उसके अनुरूप हो कहां रहा है. अब हम तो बैठ गए भाई, जांच वाच करने का, आप करते रहो. आप आओगे और और क्षमा प्रकट करेंगे. माफी मांगेंगे और बताएंगे. अब हम तो बैठे हैं. आपको बहुत अहंकार है कलेक्टर साहब. आपको बहुत-बहुत अहंकार है कलेक्टर साहब आपसे बातचीत में लग गया. जो बोलचाल की भाषा आपकी है वह एक अधिकारी को शोभा नहीं देती. आप बोल रहे हैं ना बैठिये, हम आपको लेकर जाएंगे 48 घंटे 4 दिन 6 दिन 10 दिन बैठना पड़े पर अब आप कलेक्टर नहीं रहोगे और जिंदगी में कभी कलेक्ट्री नहीं मिलेगी. यह कमलेश्वर पटेल बोल रहा है कांग्रेस का कार्यकर्ता जनता का प्रतिनिधि बोल रहा है.”
कांग्रेस ने बुधवार को सुबह दस बजे मेडिकल कालेज से कलेक्टर कार्यालय तक पैदल मार्च आयोजित किया है. जिसमें जिले भर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के आने की उम्मीद है.
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