MP Monsoon Update: जुलाई की शुरुआत के साथ ही मध्य प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है. बीते 24 घंटों में राज्य के विभिन्न संभागों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई, जिससे तापमान में गिरावट और उमस से राहत मिली है. मौसम विभाग ने 1 जुलाई को प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश, आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है, जिससे सतर्कता बेहद जरूरी हो गई है. आइए जिलेवार तरीके से जानते है मौसम का पूरा हाल.
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पिछले 24 घंटों का मौसम
30 जून को प्रदेश के भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, जबलपुर, उज्जैन, सागर और ग्वालियर संभागों के अधिकतर जिलों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई. पठारी (176 मिमी), बड़ौदा (123 मिमी), गौरिहार (111 मिमी) और लालबुरा, ओरछा, लिधौरा, जलौरा, ग्वालियर में 60 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की गई. अधिकतम तापमान भोपाल में 25.2°C रहा जो सामान्य से 8.9°C कम है, वहीं न्यूनतम तापमान पचमढ़ी में 16.0°C दर्ज किया गया, जो सबसे कम रहा.
1 जुलाई का मौसम और अलर्ट वाले जिले
1 जुलाई को प्रदेश के विदिशा और श्योपुरकलां जिलों में अति भारी वर्षा (115.6–204.4 मिमी) का अलर्ट जारी किया गया है. दमोह, पन्ना, मंडला, उमरिया, डिंडोरी और कटनी जिलों में बहुत भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है. इसके अलावा छतरपुर, बालाघाट, निवाड़ी, टीकमगढ़, सागर, हरदा, ग्वालियर और शिवपुरी में भारी बारिश (64.5–115.5 मिमी), आंधी और बिजली गिरने की संभावना है.
भोपाल, इंदौर, रतलाम, धार, खरगोन, बड़वानी, खंडवा, उज्जैन, देवास, शाजापुर, सीहोर, मंदसौर, नीमच और आसपास के जिलों में भी गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा और तेज हवाएं चल सकती हैं.
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अगले दो दिन का पूर्वानुमान
2 जुलाई को मौसम का रुख लगभग ऐसा ही बना रहेगा. खासकर ग्वालियर, रीवा, सतना, पन्ना, जबलपुर, उमरिया, मंडला और बालाघाट जिलों में तेज बारिश, बिजली गिरने और तेज हवाओं की संभावना है. 3 जुलाई को कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन पूर्वी मध्य प्रदेश के जिलों में बादल छाए रहेंगे और एक-दो स्थानों पर बारिश हो सकती है.
मानसून की स्थिति
बंगाल की खाड़ी और गंगीय पश्चिम बंगाल के आसपास निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है जो अगले दो दिनों में झारखंड, उत्तर ओडिशा और पूर्वी मध्य प्रदेश की ओर बढ़ेगा. साथ ही राजस्थान और गुजरात के ऊपर बने चक्रवाती परिसंचरण और पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा की वजह से नमी युक्त हवाएं लगातार प्रदेश में प्रवेश कर रही हैं, जिससे मानसूनी गतिविधियां तेज बनी हुई हैं.
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने राज्यवासियों को तेज बारिश और वज्रपात को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी है. विभाग के अनुसार, भारी वर्षा के कारण दृश्यता में कमी, निचले इलाकों में जलभराव और सड़क यातायात बाधित होने की संभावना है. लोगों को हिदायत दी गई है कि वे खुले क्षेत्रों, ऊंचे पेड़ों के नीचे, बिजली के खंभों और पानी से भरे स्थानों से दूर रहें.
किसानों को सुझाव दिया गया है कि वे बारिश के दौरान खेतों में काम करने से बचें और उर्वरकों या कीटनाशकों का छिड़काव फिलहाल स्थगित करें. वहीं, पशुपालकों को सलाह दी गई है कि वे अपने पशुओं को सुरक्षित शेड में रखें और खुले में चराने से परहेज करें, ताकि किसी भी संभावित नुकसान से बचा जा सके.
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