MP Monsoon Update: मध्य प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है और इसका असर राज्य के अधिकांश जिलों में साफ दिखाई दे रहा है. बीते 24 घंटों में कई जिलों में झमाझम बारिश के साथ-साथ तेज हवाएं चलीं, जिससे एक तरफ गर्मी से राहत मिली तो दूसरी ओर जनजीवन प्रभावित हुआ. मौसम विभाग ने 26 जून के लिए प्रदेश के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश, बिजली गिरने और आंधी-तूफान का अलर्ट जारी किया है. आइए जानते है मौसम का पूरा मिजाज.
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पिछले 24 घंटों का हाल
25 जून तक के 24 घंटों में भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, उज्जैन, रीवा, जबलपुर, शहडोल और सागर संभागों के अधिकतर जिलों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई. बारिश के प्रमुख आंकड़ों में अलीराजपुर के कठ्ठीवाड़ा में 211 मिमी, मंडला में 131 मिमी, कटनी में 118 मिमी, सिंगोड़ी में 116.2 मिमी और झाबुआ में 89.2 मिमी बारिश हुई. पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 17.2°C दर्ज किया गया, जबकि सीधी में अधिकतम तापमान 35.8°C रहा. उज्जैन में 44 किमी/घंटा, सीहोर और शाजापुर में 43 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं.
आज यानी 26 जून को कैसा रहेगा मौसम?
26 जून को मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी से अति भारी वर्षा और तेज हवाएं चलने की संभावना है।
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अति भारी वर्षा और आंधी-तूफान का खतरा: अलीराजपुर, झाबुआ
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बहुत भारी बारिश का अनुमान: सिवनी, मंडला
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भारी बारिश और तेज हवाओं (30–40 किमी/घंटा) की चेतावनी: रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, हरदा, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, मंदसौर, नीमच
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भारी बारिश के साथ गरज-चमक की संभावना: छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, अनुपपुर, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, बालाघाट, दमोह, सागर, पांढुर्णा
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तेज हवाएं और बिजली गिरने का खतरा: भोपाल, विदिशा, राजगढ़, बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, शाजापुर, आगर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां
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गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना: सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, शहडोल, पन्ना, मैहर
27 और 28 जून को कहां रहेगा असर
27 जून को मध्य प्रदेश के पूर्वी और मध्य जिलों में मानसून की गतिविधियां तेज बनी रहेंगी. जबलपुर, उमरिया, मंडला, डिंडोरी, कटनी और शहडोल जिलों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है. पश्चिमी जिलों जैसे उज्जैन, इंदौर और देवास में भी गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ सकती हैं.
28 जून को बारिश और बिजली गिरने की घटनाएं मुख्य रूप से बघेलखंड और महाकौशल क्षेत्र के जिलों रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, पन्ना और अनूपपुर में अधिक सक्रिय रहेंगी. पश्चिमी जिलों में वर्षा की तीव्रता थोड़ी कम हो सकती है लेकिन मौसम अस्थिर बना रहेगा.
मानसून की स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की उत्तरी सीमा राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश होते हुए जम्मू-कश्मीर तक पहुंच गई है. मध्य प्रदेश में मानसून बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और उत्तर-पूर्वी अरब सागर से बने चक्रवातीय परिसंचरण के कारण पूरे राज्य में सक्रिय हो गया है. आने वाले दिनों में राज्य के सभी क्षेत्रों में मानसून की वर्षा तेज बनी रहेगी.
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि भारी बारिश के कारण दृश्यता कम हो सकती है, जिससे सड़क और हवाई यातायात पर असर पड़ सकता है. निचले इलाकों में जलभराव की आशंका है जिससे यातायात बाधित हो सकता है और जलजनित बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है. तेज हवाओं से पेड़, बिजली के खंभे और अस्थायी ढांचे गिर सकते हैं.
बिजली गिरने की घटनाओं से जानमाल को खतरा हो सकता है, इसलिए लोगों को सलाह दी गई है कि वे पेड़ों या बिजली के पोल के नीचे खड़े न हों और सुरक्षित स्थानों पर रहें. किसानों को कीटनाशकों और उर्वरकों का छिड़काव बारिश के समय न करने और फसल को सुरक्षित ढकने की सलाह दी गई है.
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