Madhya Pradesh cold wave: मध्यप्रदेश में ठंड अचानक तेज हो गई है. पिछले 24 घंटों में राज्य के सभी संभागों में मौसम सूखा रहा लेकिन तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कई जिलों में शीतलहर और कुछ स्थानों पर तीव्र शीतलहर का अलर्ट जारी किया है. नर्मदापुरम में शीत दिन का असर देखना को मिला है. प्रदेश के अधिकतर शहरों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे रहा. ठंड की यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती है.
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कहां जारी हुआ शीतलहर का अलर्ट?
IMD के अनुसार, भोपाल, राजगढ़, इंदौर, शाजापुर, नरसिंहपुर और शिवपुरी में जिलों में शीतलहर का असर रहा. जबकि खंडवा और खरगोन जिलों में तीव्र शीतलहर (Severe Cold Wave) दर्ज की गई नरसिंहपुर में Cold Day रिकॉर्ड किया गया.
MP के 5 सबसे ठंडे शहर (न्यूनतम तापमान)
1. राजगढ़ - 7.5 डिग्री सेल्सियस
2. पचमढ़ी – 7.6 डिग्री सेल्सियस
3. गिरवर (शाजापुर) – 7.8 डिग्री सेल्सियस
4. इंदौर - शिवपुरी – 8 डिग्री सेल्सियस
5. नौगाँव (छतरपुर) – 8.3 डिग्री सेल्सियस
5 शहर जहां सबसे अधिक न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ
1. कन्नौद (देवास) - 14.7 डिग्री सेल्सियस
2. नर्मदापुरम - 14.1 डिग्री सेल्सियस
3. सागर - 13.9 डिग्री सेल्सियस
4. पृथ्वीपुर (निवाड़ी) - 13.3 डिग्री सेल्सियस
5. भैरुंडा (सीहोर) - 13.2 डिग्री सेल्सियस
MP के 5 शहर जहां सबसे कम अधिकतम तापमान रहा
1. मलाजखंड (बालाघाट) - 23.5 डिग्री सेल्सियस
2. पचमढ़ी - 24.4 डिग्री सेल्सियस
3. अमरकंटक-नरसिंहपुर - 24.6 डिग्री सेल्सियस
4. रीवा / शिवपुरी - 25.2 डिग्री सेल्सियस
5. गिरवर (शाजापुर) - 25.5 डिग्री सेल्सियस
5 शहर जहां अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा रहा
1. तालुन (बड़वानी) - 29.5 डिग्री सेल्सियस
2. खंडवा - 29.1 डिग्री सेल्सियस
3. राजगढ़ / मंडला / उज्जैन - 29 डिग्री सेल्सियस
4. भैरुंडा (सीहोर) / नर्मदापुरम - 28.7 डिग्री सेल्सियस
5. गुना - 28.6 डिग्री सेल्सियस
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
एक ऊपरी हवा चक्रवातीय परिसंचरण, मलक्का जलडमरूमध्य (स्ट्रेट) के मध्य भागों के ऊपर 5.8 किमी तक की ऊंचाई पर सक्रिय है. इसके प्रभाव से 22 नवंबर के आसपास दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर एक निम्न दाब क्षेत्र बनने की संभावना है. इसके बाद, इसके पश्चिम-उत्तरी-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने और 24 नवंबर के आसपास दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर एक अवदाब (डिप्रेशन) में परिवर्तित होने की बहुत अधिक संभावना है. इसके बाद, इसके पश्चिम-उत्तरी-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते रहने और अगले 48 घंटों के दौरान दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर और अधिक तीव्र होने की बहुत अधिक संभावना है.
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