फिर निकला व्यापमं का जिन्न, 30 लाख युवा वोटरों पर क्या पड़ेगा पटवारी भर्ती परीक्षा की गड़बड़ी का असर

mp news: एक बार फिर से व्यापमं का जिन्न बोतल से बाहर आ गया है. इसे बाहर लाने की वजह बनी है ग्रुप 4, सब ग्रुप 2 की पटवारी भर्ती परीक्षा. दावा है कि गुरुवार को इंदौर की सड़कों पर एक लाख से अधिक युवा बेरोजगार सड़कों पर उतरे और उन्होंने इंदौर कलेक्ट्रेट कार्यालय का […]

Patwari Recruitment Controversy Indore News Youth Voters MP Assembly Election 2023
Patwari Recruitment Controversy Indore News Youth Voters MP Assembly Election 2023

अभिषेक शर्मा

• 11:59 AM • 13 Jul 2023

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mp news: एक बार फिर से व्यापमं का जिन्न बोतल से बाहर आ गया है. इसे बाहर लाने की वजह बनी है ग्रुप 4, सब ग्रुप 2 की पटवारी भर्ती परीक्षा. दावा है कि गुरुवार को इंदौर की सड़कों पर एक लाख से अधिक युवा बेरोजगार सड़कों पर उतरे और उन्होंने इंदौर कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव किया. ये प्रदर्शन सिर्फ इंदौर में ही नहीं बल्कि खरगोन, भोपाल, छिंदवाड़ा, शिवपुरी, भिंड सहित कई जिलों में हुए. भिंड में तो बीजेपी विधायक संजीव कुशवाह का पुतला तक जलाया गया.

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दरअसल बीजेपी विधायक संजीव कुशवाह का ही वो एनआरआई कॉलेज है, जिस पर आरोप लग रहे हैं कि इस परीक्षा के टॉप 10 टॉपर में से 7 इनके यहां से ही निकले हैं. इसके अलावा कई अन्य तरह की गड़बड़ियों के होने के आरोप कांग्रेस की तरफ से पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव ने बीते दिन प्रेस कांफ्रेंस करके लगाए.

ऐसे में बड़ा सवाल ये खड़ा हो रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश के जो 30 लाख युवा वोटर हैं जिनमें से लाखों वोटर तो पहली बार ही वोट डालेंगे, उन पर इस पूरी गड़बड़ी का क्या असर पड़ेगा. आपको बता दें कि जिसे लोग व्यापमं बोल रहे हैं, उसका वर्तमान नाम कर्मचारी चयन मंडल है और इससे पहले इसका नाम प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड था. बार-बार व्यापमं का नाम बदला गया लेकिन परीक्षाओं में होने वाली गड़बड़ियां आज तक नहीं रुकी.

18 से 21 साल के 30 लाख युवा वोटर हैं मध्यप्रदेश में
मप्र में कुल वोटरों की संख्या 5 करोड़ 40 लाख है. इनमें से 30 लाख युवा वोटर हैं. राजनीतिक विश्लेषक दिनेश गुप्ता बता रहे हैं कि यदि पटवारी भर्ती परीक्षा का ये आंदोलन इसी तरह चलता रहा तो जो 30 लाख युवा वोटर हैं, उन पर सीधे तौर पर इस आंदोलन का असर पड़ेगा. सरकार की छवि खराब होगी और यही बात मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को भी पता है. इसलिए कांग्रेस लगातार इस मुद्दे काे हवा दे रही है.

हालांकि सरकार की तरफ से गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि कोई गड़बड़ी पटवारी भर्ती परीक्षा के दौरान नहीं हुई है लेकिन आंदोलन कर रहे युवा इस पूरी परीक्षा की गड़बड़ी की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे हैं. मांग नहीं मानने पर आंदोलनकारी युवाओं ने राजधानी भोपाल में सीएम कार्यालय के घेराव की चेतावनी तक दे दी है. अब देखना होगा कि पटवारी भर्ती परीक्षा के बहाने बोतल से निकला ये व्यापमं का जिन्न सरकार की मुसीबत बढ़ाएगा या शिवराज सरकार विरोधी कांग्रेस को इस मसले पर बैकफुट पर जाने के लिए कुछ कर पाएगी.

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