सीहोर में पं. प्रदीप मिश्रा ने खेली महादेव की होली, शिवालयों में चढ़ाया जल; मची रंगों की धूम

Mahadev Holi: सीहोर में गुरुवार को पंडित प्रदीप प्रदीप मिश्रा के आह्वान पर महादेव की होली खेली गई. जिसमें कथा वाचक प्रदीप मिश्रा भी शामिल हुए. नगर में महादेव की होली आस्था और विश्वास के साथ मनाई गई लोगों ने पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिव शंकर के मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की ओर […]

Pandit Pradeep Mishra played Mahadev Holi offered water in pagodas turn out ceremony
Pandit Pradeep Mishra played Mahadev Holi offered water in pagodas turn out ceremony

नवेद जाफरी

09 Mar 2023 (अपडेटेड: 09 Mar 2023, 10:55 AM)

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Mahadev Holi: सीहोर में गुरुवार को पंडित प्रदीप प्रदीप मिश्रा के आह्वान पर महादेव की होली खेली गई. जिसमें कथा वाचक प्रदीप मिश्रा भी शामिल हुए. नगर में महादेव की होली आस्था और विश्वास के साथ मनाई गई लोगों ने पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिव शंकर के मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की ओर मुख्य मार्ग पर निकले चल समारोह निकला, जिसमें लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली, बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं.

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मिली जानकारी के अनुसार, सीहोर में आज पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा मनाई जा रही महादेव की होली में लोगों में भारी उत्साह देखने को मिला. आज सीहोर में मनाई जा रही महादेव की होली के अवसर पर पंडित प्रदीप मिश्रा के साथ सीहोर विधायक सुदेश राय और उनकी धर्मपत्नी अरुणा राय सहित बड़ी संख्या में लोग शहर के शिवालयों में पहुंचे. मंदिर में जल चढ़ाकर पूजा अर्चना की. भव्य चल समारोह निकाला गया, जिसमे लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली. 

सीहोर जिले में रंगो का पर्व होली मनाने का सिलसिला एक दो नहीं बल्कि पूरे पांच दिनों तक चलता है. होलिका दहन से आरंभ होने वाले उल्लास-भाईचारे और मस्ती से सराबोर पर्व पूरे पांच दिन तक चलता है. धुलेड़ी से शुरू होने वाला रंग बरसने का सिलसिला रंगपंचमी तक जारी रहेगा.

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पहले दिन लोग जाते है गमी वाले घर, निकलती है गैर
बताया जाता है की होलिका दहन के बाद धुलेंडी पर रंग तो होता है, लेकिन शहर में इस दिन पर परागत रूप से गैर भी निकलती है और गमी की होली मानकर लोग उन घरों पर जाते हैं, जिनके यहां गमी हुई हो. अलसुबह अनेक लोग होलिका दहन स्थल पर जाकर पूजा-अर्चना भी करते हैं. छोटे बच्चों को भी होलिका दहन स्थल पर ले जाया जाता है.

पांच दिन चलती है होली
बताया गया है की नवाबी शासन काल से पांच दिन तक होली खेलने की परंपरा चली आ रही है. जिले भर के 5 दिन तक जमकर होली खेली जाती थी. लेकिन इस परंपरा को बदलते हुए अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने बीते वर्ष महादेव की होली मनाने का लोगों से आह्वान किया, जिसका असर देखने को मिल रहा है. आज महादेव की होली खेली गई, पंडित प्रदीप मिश्रा के आह्वान पर बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए और शहर के शिवालयों में पहुंचे जहां एक लोटा जल में चंदन मिलाकर अर्पित किया और मंदिर में पूजा अर्चना की.

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