Satna: तिरंगा यात्रा के दौरान ड्यूटी कर रहे तहसीलदार को आया हार्ट अटैक, अस्पताल में मौत

MP News: सतना जिले के बिरसिंहपुर में निकाली गई तिरंगा यात्रा के दरमियान ड्यूटी पर तैनात बिरसिंहपुर के प्रभारी तहसीलदार केके पटेल को हार्ट अटैक (Heart attack) आ गया. अचेत अवस्था में उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से सतना (Satna) रेफर किया जहां डॉक्टरों ने चेकअप के बाद मृत घोषित कर दिया. के के पटेल बिरसिंहपुर […]

Satna: Tehsildar on duty during Tiranga Yatra suffered heart attack, died during treatment
Satna: Tehsildar on duty during Tiranga Yatra suffered heart attack, died during treatment

योगीतारा दूसरे

14 Aug 2023 (अपडेटेड: 14 Aug 2023, 04:33 AM)

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MP News: सतना जिले के बिरसिंहपुर में निकाली गई तिरंगा यात्रा के दरमियान ड्यूटी पर तैनात बिरसिंहपुर के प्रभारी तहसीलदार केके पटेल को हार्ट अटैक (Heart attack) आ गया. अचेत अवस्था में उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से सतना (Satna) रेफर किया जहां डॉक्टरों ने चेकअप के बाद मृत घोषित कर दिया. के के पटेल बिरसिंहपुर तहसीलदार के बतौर पदस्थ थे. इस घटना की जानकारी लगने के बाद हर कोई स्तब्ध है.

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दरअसल, नगर पंचायत बिरसिंहपुर  में आयोजित तिरंगा यात्रा कार्यक्रम में शामिल होने के बाद नगर पंचायत कार्यालय के पास ही गर्मी लगने पर केके पटेल वहीं की एक दुकान में बैठ गए. कुछ ही देर बाद उनके हाथ पैर शिथिल पड़ गए. तबीयत बिगडऩे पर उन्हे इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिरसिंहपुर ले जाया गया. जहां पर डॉ. देवेश मिश्रा ने देखा और सतना के लिए रेफर कर दिया. 

जानकारी लगते ही अस्पताल पहुंचे आला अधिकारी

उन्ही की गाड़ी से बिरला हॉस्पिटल लेकर आए जहां पर मेडिकल जांच के बाद डॉक्टरों की टीम ने मृत घोषित कर दिया. पटेल के तबियत बिगडऩे की सूचना मिलते ही कलेक्टर अनुराग वर्मा, एडीएम ऋषि पवार, नगर निगम कमिश्नर अभिषेक गेहलोत, एसडीएम समेत अन्य अधिकारी बिरला हॉस्पिटल पहुंच गए.

4 दिन पहले संभाला था पदभार

प्रशासनिक व्यवस्था के तहत इसी साल की 4 अप्रैल को 55 वर्षीय केके पटेल को प्रभारी सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख के पद पर सीधी से सतना भेजा गया था. 8 अगस्त को उन्हे बिरसिंहपुर के तहसीलदार का दायित्व मिला और 9 अगस्त को उन्होंने ज्वाइन किया. पटेल 1993 में पटवारी के पद से शासकीय सेवा में आए थे, फिर इसके बाद राजस्व निरीक्षक बने और पदोन्नत करते हुए उन्हे एएसएलआर बनाया गया था.

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