MP Patwari Scam: मध्यप्रदेश में पटवारी परीक्षा के परिणामों में धांधली और घोटाले के आरोपों के बाद लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है. पूरे प्रदेश में युवा आंदोलन की राह पर हैं. इंदौर और भोपाल के बाद अब जबलपुर में युवा सड़क पर उतर गए. छात्रों ने सरकार से पटवारी परीक्षा को निरस्त करने की मांग करते हुए धरना दिया है. पटवारी भर्ती के अभ्यर्थी लगातार मांग कर रहे हैं कि ग्वालियर के एक कॉलेज से इतने टॉपर कैसे आए इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए.
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मध्यप्रदेश में पटवारी परीक्षा के परिणाम को लेकर बवाल लगातार बढ़ता जा रहा है. जबलपुर में भी छात्र संघ ने पटवारी की परीक्षा देने वाले सैकड़ों अभ्यर्थियों के साथ विरोध प्रदर्शन किया. सिविक सेंटर इलाके से अभ्यर्थियों ने कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली और सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इससे पहले इंदौर और फिर भोपाल में लगातार युवाओं ने विरोध में प्रदर्शन किया है. युवाओं के प्रदर्शन को देखते हुए शिवराज सरकार ने पटवारी भर्ती परीक्षा के आधार पर होने वाली पटवारियों की नियुक्तियों को तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी थी.
पटवारी भर्ती परीक्षा पर हंगामे की शुरुआत टॉपर्स की लिस्ट जारी होने के बाद शुरू हुई. असल में, ग्वालियर के एक ही कॉलेज एनआरआई से टॉप टेन में से 7 टॉपर्स निकले, इसके बाद पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली के आरोप लगने शुरू हुए और कांग्रेस ने इसे मुद्दा बना लिया.
सरकारी नौकरी का सपना टूट रहा: युवा अभ्यर्थी
प्रदर्शन कर रहे है पटवारी परीक्षा के अभ्यर्थियों रोहित तिवारी का कहना है कि प्रदेश में युवाओं की प्रतिभा से ख़िलवाड़ किया जा रहा है. जो अभ्यर्थी पिछले कई सालों से मेहनत कर रहे हैं. भ्रष्टाचार करके उनकी मेहनत पर पानी फेरा जा रहा है. पटवारी परीक्षा में लाखों रुपए लेकर भर्तियां की गई हैं. और इस बात का खुलासा उन्होंने किया है, जिन्होंने पैसे लेकर परीक्षा पास कर ली है. एक अन्य अभ्यर्थी अखिलेश दुबे ने बताया कि ऐसे में उन छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया है, जो सालों से सरकारी नौकरी का सपना देख रहे हैं.
वहीं इस मामले पर भी कांग्रेस ने छात्रों के समर्थन में उतर आई हैं. कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश में सरकार के इशारों पर परीक्षा में भ्रष्टाचार किया गया है. इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए.
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