Shankaracharya News: शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (Avimukteshwarananda Saraswati) को परिक्रमा करने से रोका जा रहा है. उन्होंने ‘मूल काशी विश्वनाथ मंदिर’ की परिक्रमा की घोषणा की है. इसे लेकर प्रशासन सतर्क है. ज्ञानवापी (Gyanvapi Mosque) में हुए ASI सर्वे की रिपोर्ट में हिंदू मंदिर के साक्ष्य और हिंदू देवी-देवताओं के अवशेष मिलने की रिपोर्ट सामने आने के बाद लगातार ज्ञानवापी को संत समाज मंदिर मानने लगा है. ज्ञानवापी को मंदिर बता सोमवार को ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने ज्ञानवापी के परिक्रमा का ऐलान किया है. लेकिन उनका कहना है कि उन्हें धारा 144 लागू होने का हवाला देकर परिक्रमा करने से रोका जा रहा है. देखिए पूरी रिपोर्ट…
ADVERTISEMENT
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती कुछ दिनों पहले अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सवाल उठाने को लेकर चर्चा में आए थे. इसे लेकर उन्होंने कहा कि हमने शिखर बनाने पर सवाल उठाए थे, जिसके बाद अस्थायी शिखर बनवाया गया. वहीं विरोध के सवाल पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि विरोध तो आजकल चलन हो गया है, लेकिन राजनीति हमारा काम नहीं है. धर्म का जो दृष्टिकोण होगा, हम उसी दृष्टिकोण से हमें बोलना पड़ेगा.
ये भी पढ़ें: Ram Mandir: शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का गंभीर सवाल- रामलला विराजमान का क्या होगा?
ADVERTISEMENT