सुबह हुई तो बेड से उतरने लगा शख्स, नीचे देखा मुंह खोलकर बैठा था खूंखार मगरमच्छ

Shivpuri News: मध्यप्रदेश के शिवपुरी में लोग मगरमच्छों की बढ़ती संख्या से परेशान हैं. आए दिन यहां पर झीलों से निकलकर मगरमच्छ लोगों के घरों में घुस जाते हैं. जिससे लोगों में दहशत फैली हुई है. ऐसा ही कुछ वाक्या हुआ चिंताहरण मंदिर के इलाके में. बीती रात जाधव सागर से बाहर निकलकर एक विशालकाय […]

crocodile was resting in wheat field farmer was shocked life stuck in throat
crocodile was resting in wheat field farmer was shocked life stuck in throat

प्रमोद भार्गव

17 May 2023 (अपडेटेड: 17 May 2023, 09:38 AM)

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Shivpuri News: मध्यप्रदेश के शिवपुरी में लोग मगरमच्छों की बढ़ती संख्या से परेशान हैं. आए दिन यहां पर झीलों से निकलकर मगरमच्छ लोगों के घरों में घुस जाते हैं. जिससे लोगों में दहशत फैली हुई है. ऐसा ही कुछ वाक्या हुआ चिंताहरण मंदिर के इलाके में. बीती रात जाधव सागर से बाहर निकलकर एक विशालकाय मगरमच्छ श्री चिंताहरण मंदिर के सामने एक घर में जा घुसा. परिवार रात में सो रहा था कि तभी उनके बिस्तर के पास एक मगरमच्छ आकर बैठ गया, जिसके बाद परिवार में चीख-पुकार मच गई.

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रात के अंधेरे में मगरमच्छ को घर के अंदर देख परिवार के लोगों में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई. बाद में परिवार के लोगों ने इस मगरमच्छ को पकड़ कर रस्सी से बांध दिया और नेशनल पार्क के रेसक्यू दल को सूचना दी. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे दल ने मगरमच्छ को पकड़कर चांदपाठा जलाशय में छोड़ा है.

शिवपुरी में मगरमच्छों का घरों में आ जाना रोजमर्रा की परेशानी हो गई है. कई मर्तबा समय पर रेस्क्यू की टीम भी नहीं आती है. ऐसे में घर के लोग ही मगरमच्छ को किसी तरह काबू में लेकर रस्सी से बांध लेते हैं. कई बार इस चक्कर में लोगों की जान पर भी बन आती है.

तालाबों में मौजूद हैं 1000 से ज्यादा मगरमच्छ
शिवपुरी शहर के तालाबों में 1000 से अधिक मगरमच्छ हैं. यहां की चांदपाठा झील व अन्य तालाबों में इतनी बड़ी संख्या में मगरमच्छ हो गए हैं, जिसके कारण आए दिन इनका सामना रहवासियों से उनके ही घरों में हो जाता है. वन विभाग ने अभी तक इस परेशानी को दूर करने के लिए कोई ठोस प्लानिंग नहीं की है. शिकार की तलाश में ये मगरमच्छ तालाब और झील से बाहर निकलकर लोगों के घरों के आंगन, खेत और घर के अंदर तक पहुंच जाते हैं. इससे यहां के लोगों का जीवन खतरे में पड़ जाता है. इस इलाके में मगरमच्छों की आबादी को कंट्रोल करने को लेकर वन विभाग ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है.

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