MP Politics News: मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के नतीजों ने सबको हैरान कर दिया है. एमपी एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां बीजेपी ने क्लीन स्वीप किया है और प्रदेश की सभी 29 सीटों पर जीत दर्ज की है. भाजपा के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण सत्तन गुरु ने मध्य प्रदेश में बीजेपी की बंपर सफलता का श्रेय शिवराज सिंह चौहान को दिया है. उनका कहना है कि एमपी में बीजेपी की विजययात्रा के जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ शिवराज हैं. उन्होंने शिवराज सिंह चौहान को प्रधानमंत्री बनाने को लेकर भी बड़ा बयान दिया है.
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शिवराज के बल पर जीतीं पूरी सीटें- सत्तन गुरू
एमपी तक से बातचीत करते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता सत्तन गुरू ने कहा, "शिवराज सिंह बहुत समझदार व्यक्तित्व का धनी राजनेता है. उसने यह मध्य प्रदेश की जो संपूर्ण विजय यात्रा है, इसमें किसी का योगदान नहीं है, सिवाय शिवराज के अकेले. शिवराज के बल पर यह पूरी के पूरे मध्य प्रदेश की सीटें जीती हैं. उसकी कारगुजारी, उसकी लोकप्रियता, उसका संबंध उसको निर्वाह करने की ताकत और अपने वचनों पर अडिग रहकर के उसके निर्वहन करने की ताकत."
सत्तन गुरु ने आगे कहा, "आज जब लोग उसके बारे में कयास लगा रहे हैं, पत्रकार कह रहे हैं कि इनको यह बना देंगे, उनको वो बना देंगे, उन्हें जो भी बना देंगे, वह अपने कर्म को निष्ठापूर्वक करने की योग्यता रखने वाला पुरुष, जो भारतीय जनता पार्टी और संघ की रीतियों पर चलकर के समाज के कल्याण की भावना को निरूपित करता है 'इज कॉल्ड शिवराज."
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प्रधानमंत्री बनाना ज्यादा अच्छा है- सत्तन गुरू
सत्तन गुरु ने कहा कि शिवराज को जो भी पद मिलेगा बड़ा ही पद मिलेगा, संभावना देखते हैं राष्ट्रीय अध्यक्ष या कैबिनेट मिनिस्टर की अखबार ही लिख रहे हैं. मैं क्या संभावना देखूंगा, ज्यादा पता अनुभव ज्यादा नहीं अनुभव के आधार पर उसे राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने के बजाय, जो है प्रधानमंत्री बनाना ज्यादा अच्छा है. लोक जीवन में वो समष्टि गत कल्याण की कामना रखने वाला पुरुष है, लेकिन अब एनडीए की सरकार तो बन गई है, मोदी जी को नेता चुन लिया गया है, नहीं तो शिवराज सहयोगी रहेंगे.
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी की यही विशेषता है कि अगर हमारा जूनियर भी हमारा सीनियर पोस्ट पर बैठ कर के आचरण कर रहा है वो हमारा कप्तान है, तो हम उसकी टीम के सदस्य होने के नाते उसके इंगित पर ही खेलेंगे. हम अपने कप्तान की आज्ञा का उल्लंघन नहीं करेंगे. यही अनुशासन तो है, जो भारतीय जनता पार्टी को स्थाई बनाए हुए है, कांग्रेस की तरह बिखराव तो नहीं है.
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