chhindwara news: मध्यप्रदेश के छिंदवाडा में हुए एक विवाह समारोह की हर तरफ चर्चा है. यहाँ जुड़वा बहनों ने जुड़वा भाइयों से विवाह रचाया है. शहर के वार्ड नम्बर 29 में रहने वाले कैलाश कहार की दो बेटियां एक साथ जन्मी और एक साथ रहीं. जब ये जुड़वा बहने बड़ी हुई तो उनकी शादी की चिंता माता पिता को सताने लगी. क्योंकि बेटियों के लिए अलग-अलग जगह से शादियों के लिए रिश्ते आते थे, लेकिन बेटियां शादी से इंकार कर देती थी. क्योंकि वे एक साथ ही एक ही घर में शादी करना चाहती थीं.
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आखिरकार इन जुड़वा बहनों की ये इच्छा तब पूरी हो गई, जब इनको भी अपने दूल्हों के रूप में जुड़वा भाई मिल गए. 22 जून को जुड़वा बहनें लता ओर लक्ष्मी का विवाह नागपुर निवासी जुड़वा भाई अमन और ऋषभ के साथ हुआ. लता ने अमन को तो लक्ष्मी ने ऋषभ को वरमाला पहनाई. जुड़वा बहनों का बड़ा भाई सूरज कहार ने बताया कि ये संयोग की बात है जिसका जहां रिश्ता जुड़ना है वो वहाँ जुड़ता ही है.
सूरज ने बताया कि हमारे घर पर और भी कई रिश्ते आए और हमको इस बात का भी ज्यादा डर था कि ये शुरू से साथ में रही हैं तो आगे अलग अलग कैसे रहेंगी. पर संयोग ऐसा बना, हमारे मामा-मामी के द्वारा रिश्ता आया ओर इनको पंसद किया ओर रिश्ता आने के बाद पर ज्यादा समय नहीं लगा और एक महीने के अंदर में विवाह का फैसला परिवार ने ले लिया.
इस शादी की हर जगह हो रही चर्चा
छिंदवाड़ा की इस शादी की चर्चा हर जगह हो रही है. ऐसा बहुत कम होता है जहां पर जुड़वा बहनों की जुड़वा भाईयों के साथ ही शादी हो जाए. परिवार के लोग बताते हैं कि जुड़वा बहनों का जीवन बेहद सिंपल रहा है. एक को रोना आता था तो दूसरी भी खुद रो पड़ती थी. एक दूसरे का सहारा बन के चलती रही हैं और ये दोनों कभी अलग नही रहीं. इसलिए चाहते थे कि दोनों के एक साथ हाथ पीले हों और ऐसी जगह पर हों जहां दोनों को ही एक साथ रहने को मिल जाए और हमें ऐसे दूल्हें मिल गए जो इनकी तरह ही जुड़वा हैं और आखिरकार जुड़वा बहनों की एक साथ रहने की इच्छा पूरी हो गई.
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