MP Politics: छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम बनने के बाद टीएस सिंहदेव पहली बार मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की राजनीति से जुड़े कई मुद्दों पर बातचीत की है. उन्होंने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनने का दावा किया है. भोपाल के सरगुजा हाउस में टीएस सिंहदेव ने दिग्विजय सिंह से मुलाकात की. दोनों नेताओं की मुलाकात के दौरान टीएस सिंहदेव ने कहा कि मध्य प्रदेश में हमें अच्छा फीडबैक मिल रहा है. यहां पर कांग्रेस की सरकार बनने की बहुत अच्छी संभावना है.
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छत्तीसगढ़ में ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री बनने के मुद्दे पर सिंहदेव ने कहा, ‘नाराजगी नहीं थी और मीडिया में सामान्य चर्चा में जो ढाई-ढाई साल वाली बात थी, उसका मेरे ऊपर बहुत दबाव था, व्यक्तिगत दबाव भी बहुत था. 17 जून 2021 को ढाई साल पूरे हो गए थे, उसके पहले और बाद लोगों के लगातार मुझे फोन करके बोल रहे थे कि कब शपथ होगी, कब शपथ होगी. लोग बोल रहे थे, कहीं तो कुछ आग होगी तब तो यह हाे रहा था.’
टीएस बाबा ने आगे कहा- ‘एक अलग परिस्थिति थी बहुत दबाव में लोगों को बताना समझाना मेरे लिए स्थितियां बनी रहीं वो दबाव की स्थिति थी. नाराजगी कोई नहीं थी. हाईकमान को दबाव वाली स्थिति से भी समय समय पर अवगत करवाया गया था.’
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस मजबूत है: टीएससिंह देव
डिप्टी सीएम ने कहा- ‘छत्तीसगढ़ में कांग्रेस मजबूत है आज भी सरकार ने इसलिए साढ़े चार सालों में जो काम किए हैं, उसमें काफी संतोष लोगों में हैं, कुछ काम जो है नहीं हुए हैं वो भी चर्चा में रहते हैं. जैसे कि शराब बंदी गवर्नमेंट ने कह दिया है कि नहीं हो पाएगा. सरकारी कर्मचारियों से रिलेटेड कुछ परेशानियां हैं. उन पर ध्यान देना है, एक विश्वास दिलाया था कि एक मौका पाएंगे तो ये करेंगे. बहुत बड़ा बहुमत कांग्रेस को मिला था. चुनावी फेस को लेकर टीएस बाबा ने कहा कि चुनावी कैंपेन को लेकर दिल्ली में सामूहिक लीडरशिप की बात हुई थी सीनियर लीडर्स है मुख्यमंत्री लीड करेंगे.
पायलट में विशेष क्षमताएं हैं: टीएस सिंहदेव
टीएस सिंहदेव ने सचिन पायलट को लेकर कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि पायलट को राजस्थान को लीड करने का चांस मिलेगा, हालांकि ये हाईकमान का निर्णय है. मैंने पायलट की कैपेसिटी देखी है. वह यहां छत्तीसगढ़ में भी आए हैं. उनकी भाषण शैली को मैंने देखा था. वो उस समय यूथ कांग्रेस के लीडर थे. आज से 10-15 साल पहले की बात कर रहा हूं. बिलासपुर में आकर उन्होंने एक भाषण दिया था और तब से मुझे लगा कि इनमें विशेष क्षमताएं हैं. उन्हें धैर्य रखना चाहिए.
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